iGrain India - न्यूयार्क । लैटिन अमरीकी देश- ब्राजील में चालू वर्ष के दौरान चीनी का उत्पादन तेजी से बढ़कर अब तक के दूसरे सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है क्योंकि एक तो वहां गन्ना का उत्पादन बढ़ रहा है और चीनी की औसत रिकवरी में भी सुधार आया है तथा दूसरे, चीनी निर्माण के लिए गन्ना की अधिक मात्रा का उपयोग किया जा रहा है।
मालूम हो कि ब्राजील दुनिया में चीनी का सबसे बड़ा उत्पादक एवं निर्यातक देश है और वहां इसका करीब 90 प्रतिशत उत्पादन मध्य दक्षिणी क्षेत्र में होता है जहां साओ पाउलो इसका सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त है।
ब्राजील की सरकारी एजेंसी- कोनाब ने अपनी अप्रैल की मासिक रिपोर्ट में 2023-24 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के दौरान चीनी का कुल उत्पादन 388 लाख टन होने का अनुमान लगाया था जिसे अगस्त की रिपोर्ट में बढ़कर 409 लाख टन निर्धारित कर दिया।
उधर ब्राजीलियन चीनी उद्योग की शीर्ष संस्था- युनिका ने कहा है कि 1 अप्रैल से 31 जुलाई 2023 के चार महीनों के दौरान ब्राजील में चीनी का कुल उत्पादन बढ़कर 191.67 लाख टन पर पहुंच गया जो वर्ष 2022 की समान अवधि के उत्पादन से करीब 20 प्रतिशत अधिक रहा।
हालांकि कोनाब तथा यूनिका की रिपोर्ट आने के बाद न्यूयार्क एवं लन्दन एक्सचेंज में क्रमश: कच्ची चीनी (रॉ शुगर) तथा सफेद चीनी (व्हाईट शुगर) के वायदा मूल्य में नरमी आ गई थी लेकिन फिर भी यह गत वर्ष से काफी ऊंचा था।
अब हालात ऐसे बन रहे हैं कि चीनी का दाम ऊंचे स्तर पर बरकरार रह सकता है। एशिया में चीनी का अगला उत्पादन घटने की संभावना है क्योंकि भारत और थाईलैंड में गन्ना की फसल को अल नीनो से कुछ खतरा हो सकता है।
महाराष्ट्र एवं कर्नाटक में बारिश कम होने से यदि गन्ना का उत्पादन प्रभावित हुआ तो केन्द्र सरकार अगले मार्केटिंग सीजन के लिए चीनी के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बारे में सोच सकती है।
इससे वैश्विक चीनी बाजार में मांग एवं आपूर्ति के बीच असंतुलन पैदा हो सकता है। थाईलैंड में भी चीनी का उत्पादन घटने की संभावना है। इसी तरह ऑस्ट्रेलिया में अल नीनो के खतरे से गन्ना एवं चीनी का उत्पादन प्रभावित हो सकता है। यूरोपीय संघ में वर्षा का अभाव बना हुआ था।