iGrain India - नई दिल्ली । पिछले दिन आयोजित एक राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन में 2023-24 के सम्पूर्ण मार्केटिंग सीजन के लिए कुल 3320 लाख टन खाद्यान्न के घरेलू उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया जिसमें रबी सीजन के लिए नियत 1612 लाख टन के उत्पादन का लक्ष्य भी शामिल है।
इसी तरह पूरे मार्केटिंग सीजन के लिए निर्धारित 292 लाख टन दलहन एवं 440 लाख टन तिलहन के उत्पादन लक्ष्य में रबी सीजन का योगदान क्रमश: 181 लाख टन एवं 145 लाख टन रहने का अनुमान लगाया गया है।
दूसरे शब्दों में कहा जाए तो 2023-24 के रबी सीजन के लिए 1612 लाख टन खाद्यान्न (गेहूं, चावल एवं मोटे अनाज), 181 लाख टन दलहन (चना, मसूर, मटर आदि) तथा 145 लाख टन तिलहन (सरसों, मूंगफली आदि) के उत्पादन का लक्ष्य नियत किया गया है।
सरकार का कहना है कि पिछले तीन वर्षों के अंदर सरसों का घरेलू उत्पादन 91.24 लाख टन से 37 प्रतिशत उछलकर 124.94 लाख टन पर पहुंच गया।
इसी तरह समीक्षाधीन अवधि के दौरान इसकी औसत उपज दर भी 1331 किलो प्रति हेक्टेयर से 7 प्रतिशत सुधरकर 1419 किलो प्रति हेक्टेयर हो गई और इसका बिजाई क्षेत्र 2019-20 के 68.56 लाख हेक्टेयर से 28 प्रतिशत बढ़कर 2022-23 में 88.06 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।
कांफ्रेंस में देश के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न फसलों की उत्पादकता दर में भारी अंतर रहने पर चिंता व्यक्त की गई और इसके लिए उन्नत तकनीक का इस्तेमाल बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
वर्ष 2025 तक दलहन फसलों का कुल उत्पादन बढ़ाकर 325.47 लाख टन पर पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया और इसे हासिल करने के लिए हर संभव प्रयास करने की जरूरत पर बल दिया गया।
उल्लेखनीय है कि पर्याप्त घरेलू उत्पादन नहीं होने के कारण देश में विदेशों से विशाल मात्रा में दलहनों एवं खाद्य तेलों का आयात किया जाता है।