iGrain India - ★ मीटिंग में खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा जी ने SEA को डायमंड जुबली की बधाई दी और SEA द्वारा तेल उद्योग में किये कार्य को सराहा और कहा कि तेल तिलहन जो एसेंशियल कमोडिटी में आते हैं में SEA का काम अच्छा रहा।
★ भारत खाद्य तेलों का सबसे बड़ा खपतकर्ता व आयातक देश।
★ भारतीय बाजार विदेशी बाजारों पर रहते हैं निर्यात।
★ जनसंख्या बढ़ने से भारत में तेलों की खपत दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। विश्व में भी खाद्य तेलों की खपत बढ़ी।
★ पिछले 10 वर्षों में भारत में तिलहन उत्पादन बढ़ा।
★ भारत 55-60% तेलों का करता है आयात, भारत में सोया, मूंगफली, सूरजमुखी, सरसों की उत्पदकता विश्व में सबसे कम।
★ सोया उत्पादकता अमरीका, ब्राजील, अर्जेंटिन से 185% कम।
★ 2022 में भारत ने खाद्य तेलों की खपत 270, 2023 में 285 व 2024 में 300 लाख टन पहुंचने की सम्भावना।
★ यूक्रेन व रशिया के बीच चल रहे युद्द, इंडोनेशिया द्वारा पाम तेल निर्यात को प्रतिबंधित किये जाने के कारण भारत में आयात ड्यूटी में किये गये बदलाव।
★ सरकार की कोशिश रहेगी कि त्यौहारी सीजन के दौरान कीमतें नियंत्रण में रहे।
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★ SEA के अधिकारी ने सरकार से कहा कि उन्हें ऑइल और प्रोटीन को अलग-अलग देखना चाहिए।
★ सरकार ऑइल और प्रोटीन को एक ही नजर से देखती हैं जबकि दोनों की खपत अलग हैं।
★ सरकार के कहने पर खाद्य तेल उद्योग ने तेलों की कीमतें घटाई।
★ SEA भारत सरकार के नेशनल ऑइल मिशन 2030 को पूरा करने में करेगा सहयोग।