iGrain India - नई दिल्ली । ऊंचे दाम की उम्मीद से स्टॉक रखने वाले उत्पादकों ने धनिया की बिक्री की गति तेजी कर दी है जिससे प्रमुख उत्पादक राज्यों की महत्वपूर्ण मंडियों में इस मसाले की आपूर्ति एवं उपलब्धता बढ़ने लगी है। दूसरी ओर इसकी मांग सामान्य बनी हुई है और उसमें की जोरदार वृद्धि नहीं देखी जा रही है। त्यौहारी सीजन होने के बावजूद धनिया के दाम में फिलहाल भारी तेजी आने की संभावना कम है।
अक्टूबर के अंत या नवम्बर के आरंभ में धनिया की बिजाई शुरू होने के आसार हैं इसलिए उत्पादक अपने स्टॉक को बाहर निकालने का प्रमाण कर रहे हैं। मध्य प्रदेश एवं राजस्थान की मंडियों में धनिया की आपूर्ति बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं।
हालांकि मसाला निर्माताओं की मांग ठीक-ठाक है जिससे बाजार ज्यादा नीचे नहीं आ रहा है मगर दिसावरी व्यापारियों एवं स्टॉकिस्टों की लिवाली कुछ कमजोर बताई जा रही है।
राजस्थान में धनिया की औसत दैनिक आवक बढ़कर रामगंज मंडी में 5-6 हजार बोरी एवं बारां मंडी में करीब 2 हजार बोरी पर पहुंच गई है। इसी तरह मध्य प्रदेश एवं गुजरात की मंडियों में भी आवक अपेक्षाकृत अधिक होने लगी है।
ध्यान देने की बात है कि राजस्थान में इस वर्ष धनिया का उत्पादन कम होने की आशंका व्यक्त की जा रही थी लेकिन आपूर्ति की स्थिति को देखते हुए यह आशंका सही नहीं जान पड़ती है।
रामगंज मंडी में पिछले दिन बादामी धनिया का भाव 6100/6200 रुपए प्रति क्विंटल तथा ईगल का 6200/6400 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया। व्यापार विश्लेषकों के अनुसार अगले कुछ समय तक धनिया का भाव सीमित उतार-चढ़ाव के साथ एक निश्चित दायरे में ही घूमता रह सकता है।