iGrain India - बीजिंग । चीन में पिछले सप्ताह सोयाबीन की कुछ क्रशिंग बढ़कर 15.70 लाख टन पर पहुंच गई जो इससे पिछले सप्ताह की क्रशिंग से 70 प्रतिशत अधिक रही। इससे स्पष्ट संकेत मिलता है कि वहां मिलर्स की क्रशिंग पर अच्छा मार्जिन प्राप्त होने लगा है।
चाइना नेशनल ग्रेन एंड ऑयल इन्फॉर्मेशन सेंटर के अनुसार क्रशिंग की यह मात्रा पिछले महीने से 23 प्रतिशत एवं गत वर्ष की तुलना में करीब 5 प्रतिशत कम है।
सेंटर के अनुसार चालू सप्ताह के दौरान चीन में सोयाबीन की क्रशिंग बढ़कर 20.10 लाख टन के करीब पहुंच जाने का अनुमान है। गत सप्ताह से पूर्ववर्ती सप्ताह के दौरान वहां सोयाबीन की क्रशिंग घटकर 9.30 लाख टन पर सिमट गई थी।
इसका एक कारण वहां पतझड़ कालीन उत्सव का अवकाश होना था। अवकाश के दौरान अनेक प्लांटों में सोयाबीन की क्रशिंग स्थगित कर दी गई थी।
विदेशों से आयातित सोयाबीन के स्टॉक लगातार गिरावट का रुख बना हुआ था लेकिन पिछले सप्ताह इसकी दिशा बदल गई। 14 अक्टूबर वाले सप्ताह के दौरान यह स्टॉक बढ़कर 47.20 लाख टन हो गया जो उससे पूर्व सप्ताह के स्टॉक 41.50 लाख टन से 13.7 प्रतिशत अधिक रहा।
उल्लेखनीय है कि चीन दुनिया में सोयाबीन का सबसे प्रमुख आयातक एवं चौथा सबसे बड़ा उत्पादक देश है। वहां मुख्यत: ब्राजील एवं अमरीका से प्रति वर्ष विशाल मात्रा में इसका आयात किया जाता है।
ब्राजील से करीब 70 प्रतिशत सोयाबीन का निर्यात अकेले चीन को किया जाता है जबकि वह दुनिया में इसका सबसे बड़ा उत्पादक एवं निर्यातक देश है। चीन में पहले अमरीका से सोयाबीन का सर्वाधिक आयात होता था मगर अब ब्राजील ने उसका स्थान ले लिया है।
दिलचस्प तथ्य यह है कि यद्यपि सोयाबीन का सबसे ज्यादा उत्पादन ब्राजील, अमरीका तथा अर्जेन्टीना में होता है लेकिन इसकी सर्वाधिक क्रशिंग-चीन में होती है।
इससे चीन में पशु आहार निर्माण के लिए सोयामील एवं मानवीय खाद्य उद्देश्य के लिए सोया तेल की अच्छी उपलब्धता सुनिश्चित करने में मदद मिलती है।