iGrain India - नई दिल्ली । नवरात्रि का त्यौहार आरंभ हो चुका है जबकि आगामी समय में दहशरा, दीपावली एवं छठ सहित कुछ अन्य त्यौहार मनाए जाएंगे। इस अवधि के दौरान घरेलू प्रभाग में चावल, गेहूं (आटा), चीनी एवं खाद्य तेल एवं दाल-दलहनों की आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति को सुगम बनाने तथा कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।
18 अक्टूबर को एक अधिसूचना जारी करके चीनी के निर्यात पर रोक की अवधि जो अगले आदेश तक के लिए बढ़ा दिया गया। केन्द्रीय खाद्य सचिव ने कहा है कि त्यौहारी सीजन के दौरान सभी आवश्यक खाद्य उत्पादों की कीमतें स्थिर बनी रहेंगी।
चीनी के निर्यात की अनुमति देने का निर्णय तभी लिया जाएगा जब कृषि मंत्रालय का गन्ना का उत्पादन अनुमान सामने आएगा। खाद्य सचिव ने गेहूं, चावल, चीनी एवं खाद्य तेल जैसे आवश्यक खाद्य उत्पादों की आपूर्ति एवं कीमत के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अगले कुछ सप्ताहों तक इसके दाम में लगभग स्थिरता बनी रहेगी।
इसके दाम में तत्काल विशेष तेजी आने की संभावना नहीं है। सरकार बाजार को स्थिर बनाए रखने के लिए जोरदार कोशिश कर रही है। इसके लिए अनेक उपाए किए गए हैं। संक्षेप में कहा जाए तो सरकार ने उन सभी उपायों का सहारा लिया है जो उसके अधीन है।
चाहे वह व्यापारिक नीति से सम्बन्धित निर्णय हो या भंडारण सीमा आदेश लगू करने का फैसला खाद्य सचिव के मुताबिक चालू मार्केटिंग सीजन के आरम्भ में यानी 1 अक्टूबर 2023 को उद्योग के पास 57 लाख टन चीनी का बकाया अधिशेष स्टॉक मौजूद था। इसके निर्यात पर अगले आदेश तक के लिए रोक लगाने की घोषणा हो चुकी है।
खाद्य तेलों का भाव एक निश्चित सीमा में स्थिर बना हुआ है और चावल, गेहूं तथा गेहूं उत्पादों की कीमतों में कोई अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव नहीं देखा जा रहा है। वैसे दाल-दलहन का भाव ऊंचे स्तर पर बरकरार है जिससे आम उपभोक्ताओं की कठिनाई बढ़ गई है।