चमोली, 31 जुलाई (आईएएनएस)। उत्तराखंड में जोशीमठ के अंतर्गत आने वाले 5 गांव के ग्रामीण चार दिनों से जान जोखिम में डालकर रास्ता पार कर रहे हैं। गनीमत है कि इस दौरान किसी भी तरह का कोई हादसा नहीं हुआ।दरअसल, जोशीमठ में सलूड़-डुंगरा मोटर मार्ग गादी भवानी मंदिर के पास चट्टान गिरने से चार दिनों से रास्ता अवरुद्ध है, जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक तरफ जहां ग्रामीणों का मुख्य मोटर मार्ग बाधित पड़ा हुआ है, वहीं पैदल आवाजाही करने वाला रास्ता तक नहीं बचा है। ग्रामीण जान हथेली पर रखकर लगातार चार दिनों से आवाजाही कर रहे हैं।
हैरानी वाली बात यह है कि रास्ता पर चट्टान गिरने से रास्ता बीते चार दिनों से बंद पड़ा है। लेकिन जिला प्रशासन इस संबंध में ग्रामीणों की सुध नहीं ले रहा है। जिससे ग्रामीणों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। चार दिन बीतने के बाद भी संबंधित विभाग की ओर से यहां पर चट्टान को हटाने का काम शुरू नहीं किया गया है।
जोशीमठ की इन तस्वीरों में देखने को मिल रहा है कि रास्ते में चट्टान का हिस्सा है, दूसरी तरफ ग्रामीण चट्टान के ऊपर से होते हुए रास्ता पार कर रहे हैं।
गौर करने वाली बात यह है कि इससे पहले जोशीमठ इलाके में जुलाई माह की शुरुआत में पातालगंगा इलाके में लैंडस्लाइड हुई थी। जिसके चलते जोशीमठ-बद्रीनाथ हाईवे को बंद करना पड़ता था।
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