💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

केंद्र सरकार आपदा प्रबंधन को लेकर विधेयक लाएगी : अमित शाह

प्रकाशित 31/07/2024, 11:16 pm
केंद्र सरकार आपदा प्रबंधन को लेकर विधेयक लाएगी : अमित शाह

नई दिल्ली, 31 जुलाई (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने वायनाड की आपदा पर दुख जाहिर करते हुए वायनाड और केरल की जनता को यह आश्वासन दिया कि मोदी सरकार उनके साथ चट्टान की तरह खड़ी है। केरल के वायनाड में हुई भूस्खलन की घटना के मद्देनजर बुधवार को लोकसभा में नियम-197 के अंतर्गत हुई चर्चा का जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि भारत सरकार ने राहत और बचाव के लिए हरसंभव प्रयास किए हैं और बचाव प्रक्रिया से जुड़ा हर विभाग उस क्षेत्र में मौजूद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं कंट्रोल रूम से सारी जानकारी ले रहे हैं, मैं भी लगातार जानकारी ले रहा हूं और मेरे गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय हर दिन नियंत्रण कक्ष में चार घंटे मौजूद रहते हैं और स्थिति की निगरानी करते हैं। मैं केरल के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम राहत और पुनर्वास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। भारत सरकार जरूरत की इस घड़ी में केरल सरकार, केरल और वायनाड की जनता के साथ मजबूती से खड़ी है।

उन्होंने सदन को यह जानकारी भी दी कि केंद्र सरकार आपदा प्रबंधन को लेकर एक विधेयक लाने जा रही है, जो इसी सत्र में लाया जा सकता है। सभी राज्य सरकारों को आपदा प्रबंधन का अभ्यास करना चाहिए। वायनाड की दुखद आपदा में जिन लोगों ने अपने स्वजन गंवाए हैं और जो घायल हुए हैं, उन सभी के परिवारजनों के साथ मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। ये समय केरल की सरकार, केरल की जनता और विशेषकर वायनाड के लोगों के साथ चट्टान की तरह खड़े रहने का है और इसके लिए मोदी सरकार कटिबद्ध है। मैं इस सदन के माध्यम से केरल और वायनाड की जनता से कहना चाहता हूं कि भारत सरकार की ओर से हरसंभव मदद और हरसंभव प्रयास बचाने के लिए, रिलीफ के लिए और पुनर्वास के लिए किए जाएंगे।

शाह ने सदन को बताया कि नरेंद्र मोदी के 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद 2016 से अर्ली वार्निंग सिस्टम का प्रोजेक्ट चालू हुआ और आज दुनिया का सबसे आधुनिक अर्ली वार्निंग सिस्टम प्रणाली स्थापित है। विश्व में केवल कुछ ही देश आपदा घटित होने से सात दिन पहले पूर्वानुमान लगा सकते हैं। भारत उन कुछ देशों में से एक है, जो आपदा का पूर्वानुमान लगाकर उसे सात दिन पहले सार्वजनिक कर सकता है। हमारे पास चक्रवात, शीत लहर, लू, सुनामी, बाढ़, भूस्खलन के लिए अर्ली वार्निंग सिस्टम प्रणाली है। भारत उन चंद चार-पांच देशों में है, जो सात दिन पहले पूर्वानुमान साझा करता है। जबकि, वर्ष 2014 से पहले इस देश में आपदा का रिस्पॉन्स करने का एक ही तरीका-बचाव कार्य था। नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद बचाव के साथ-साथ एडवांस में ही तैयारी करने का काम किया गया, ताकि किसी की जान न जाए।

उन्होंने केरल सहित सभी राज्य सरकारों से अर्ली वार्निंग सिस्टम प्रणाली द्वारा दी गई चेतावनियों को गंभीरता से लेकर पहले से ही कार्रवाई शुरू कर देने का आग्रह करते हुए बताया कि 18 जुलाई को यह पूर्वानुमान लगाया गया था कि केरल के पश्चिमी तट पर सामान्य से अधिक वर्षा होगी। 25 जुलाई को अनुमान लगाया गया था कि भारी बारिश होगी। 23 जुलाई को एनडीआरएफ की आठ टीमें इस क्षेत्र में भेजी गईं थी। हमें भू-स्खलन के बारे में पता चल गया था और केरल सरकार को भारत सरकार की ओर से अर्ली वार्निंग दे दी गई थी।

कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल द्वारा देश के विभिन्न भागों में भूस्खलन और बाढ़ के कारण जानमाल को हुई हानि पर लोकसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के तहत केंद्रीय गृह मंत्री का ध्यान आकर्षण किया गया। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने घटना से जुड़े तथ्यों की जानकारी देते हुए सदन में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी।

विपक्ष के नेता राहुल गांधी, जो कि वायनाड से सांसद भी रह चुके हैं, उन्होंने वायनाड की बड़ी त्रासदी में सेना द्वारा अच्छा काम करने की बात कहते हुए कहा कि सबसे महत्वपूर्ण यह है कि हम सब वायनाड के लोगों का समर्थन करें और वे सरकार से वायनाड के लोगों की मदद करने का अनुरोध करते हैं। यह दूसरी बार है जब यह त्रासदी हुई है और इससे यह स्पष्ट है कि यह सेंसेटिव जोन है।

उन्होंने केरल में लगातार हो रही घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए सरकार से हाईटेक कदम उठाने की मांग की है ताकि इसका समाधान निकाला जा सके। वहीं, भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने केरल में लगातार और सबसे ज्यादा हो रही इस तरह की घटनाओं का जिक्र करते हुए कांग्रेस और राहुल गांधी के रवैये पर सवाल उठाया। उन्होंने केरल में अवैध अतिक्रमण को बड़ी समस्या बताते हुए कहा कि वर्ष 2020 में केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने वायनाड के लैंडस्लाइड प्रोन एरिया से 4 हजार परिवारों को हटाने का सुझाव दिया था। लेकिन, अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई और वायनाड से अभी तक सांसद रहे नेता ने इस पर कुछ नहीं कहा।

उन्होंने आरोप लगाया कि केरल सरकार के एक मंत्री ने विधानसभा में यह स्वीकार किया था कि सरकार उस अवैध अतिकम्रण को इसलिए नहीं हटा पा रही है क्योंकि धार्मिक समूह का दबाव है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस के जिस सांसद ने इस मुद्दे को उठाया था, कांग्रेस ने उसे दोबारा लोकसभा चुनाव का टिकट ही नहीं दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वोट बैंक की राजनीति कर रही है। वोट बैंक की राजनीति के कारण ही वायनाड और उसके आसपास के इलाकों से अतिक्रमण नहीं हटा रहे हैं और आज केंद्र सरकार पर आरोप लगा रहे हैं।

तेजस्वी सूर्या द्वारा राहुल गांधी पर साधे गए निशाने के विरोध में कांग्रेस सांसदों ने विरोध जताते हुए माफी मांगने की मांग की और सदन में हंगामा शुरू हो गया। हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही को 4 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा। 4 बजे सदन की कार्यवाही दोबारा से शुरू होने पर कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने तेजस्वी सूर्या के भाषण की आलोचना की। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने केसी वेणुगोपाल का विरोध करते हुए व्यवस्था का मुद्दा उठाया। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में अपना जवाब दिया।

--आईएएनएस

एसटीपी/एबीएम

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित