💎 किसी भी बाजार में छिपे अंडरवैल्यूड स्टॉक्स का खुलासा करेंशुरू करें

क्या आपमें कोई शर्म नहीं बची है, प्रल्हाद जोशी ने हुबली दंगा केस वापस लेने पर सीएम सिद्दारमैया से किया सवाल

प्रकाशित 13/10/2024, 03:48 am
क्या आपमें कोई शर्म नहीं बची है, प्रल्हाद जोशी ने हुबली दंगा केस वापस लेने पर सीएम सिद्दारमैया से किया सवाल

हुबली, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार द्वारा हुबली दंगा मामले को वापस लेने की घोषणा के एक दिन बाद केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने शनिवार को मुख्यमंत्री सिद्दारमैया पर निशाना साधते हुए कहा, "क्या उनमें कोई शर्म, सम्मान या गरिमा नहीं बची है?"पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, "वे वोट के लिए आतंकवादियों का समर्थन करेंगे। वे आतंकवादियों का समर्थन करने में संकोच नहीं करेंगे। सीएम सिद्दारमैया ने सत्ता में रहते हुए इस संबंध में बयान दिया है। यह शक्ति लोगों द्वारा दी गई है और इसका इस्तेमाल विवेक के साथ किया जाना चाहिए।"

उन्होंने आगे कहा, "एक बार, आपने (कांग्रेस ने) 400 सीटें जीती थीं। अब आपकी क्या स्थिति है? आज तक आप लोकसभा में 100 सीटें भी पार नहीं कर पाए हैं। इसका कारण आपकी तुष्टीकरण की नीति है। बेंगलुरु में दलित विधायक के घर को जलाने के बाद भी कुछ समूहों के प्रति नरम रुख अपनाया गया। केजी हल्ली और डीजे हल्ली हिंसा के बारे में उन्होंने क्या कहा? सत्ता में बने रहने के लिए मुख्यमंत्री सिद्दारमैया इस्लामी कट्टरपंथी ताकतों को आंख मूंदकर पूरा समर्थन दे रहे हैं।"

केंद्रीय मंत्री ने कहा, "आपने कहा कि हुबली दंगा मामले में निर्दोष लोगों को गिरफ्तार किया गया। क्या आप मानते हैं कि थाने पर पथराव करने वाले लोग निर्दोष थे?"

इससे पहले उन्होंने कहा था, "सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट और ट्रायल कोर्ट ने इस मामले में आरोपियों को जमानत देने से इनकार कर दिया है। पुलिस और न्यायपालिका के विरोध के बावजूद कांग्रेस सरकार का केस वापस लेने का फैसला दंगाइयों को समर्थन देने का एक स्पष्ट कदम है।"

उन्होंने कहा, "ओल्ड हुबली दंगा मामला राष्ट्रविरोधी और असामाजिक तत्वों के खिलाफ लड़ाई है। यह संविधान और कानून को बनाए रखने की लड़ाई है।"

कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने हुबली थाना दंगा से संबंधित मामलों को वापस लेने का फैसला किया है, जिसमें 2022 में पुलिस पर हमला करने के लिए 150 से अधिक लोगों को आरोपी बनाया गया था।

इस्लाम पर एक व्हाट्सएप पोस्ट के बाद हुबली में गुस्साई भीड़ ने थाने पर हमला किया था जिसमें 10 पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गए तथा एक पुलिस निरीक्षक और छह अन्य अधिकारियों पर हमला किया गया था।

पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में 152 व्यक्तियों को गिरफ्तार करते हुए घटना के संबंध में 12 मामले दर्ज किए थे।

--आईएएनएस

एकेएस/एकेजे

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित