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भाजपा के पास अच्छे नेता, अच्छी नियत और अच्छी नीति, गहलोत हार रहे : पंचारिया

प्रकाशित 28/10/2023, 07:45 pm
भाजपा के पास अच्छे नेता, अच्छी नियत और अच्छी नीति, गहलोत हार रहे : पंचारिया

जयपुर, 28 अक्टूबर (आईएएनएस)। पूर्व सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहयोगी नारायण पंचारिया भाजपा की चुनाव प्रबंधन समिति के प्रमुख हैं। वह राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह नगर जोधपुर से आते हैं। ऐसा लगता है कि भाजपा ने पंचारिया को रणनीतिक पद पर नियुक्त करके एक बड़ा चुनावी कदम उठाया है।अपनी नियुक्ति के बाद से पंचारिया लगातार बैठकें करने और प्रमुख मुद्दों को उठाने में व्यस्त हैं। उन्हें विश्वास है कि भाजपा 2013 के अपने ही रिकॉर्ड को ध्वस्त करते हुए प्रचंड जीत के साथ सत्ता में वापस आएगी।

उनका कहना है कि बीजेपी ने चक्रव्यूह तैयार किया है, जो किसानों, छात्रों और महिलाओं के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों में विभिन्न स्तरों पर आयोजित की जा रही बीजेपी की चौपालों के जरिए कांग्रेस को फंसाएगा। उन्हें यह भी भरोसा है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी गृह सीट हार जाएंगे।

यहां पढ़ें एक विशेष साक्षात्कार के अंश :-

आईएएनएस : आप 2023 के विधानसभा चुनावों में भाजपा को कैसे देखते हैं?

पंचारिया : भाजपा 2023 में प्रचंड जीत दर्ज करने के लिए पूरी तरह तैयार है। हम 2013 के अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ देंगे और भारी जीत के अंतर के साथ लौटेंगे। भाजपा ने किसानों, छात्रों, महिलाओं और ऐसे अन्य वर्गों के लिए चौपालों से कांग्रेस को चक्रव्यूह में फंसाने की रणनीति बनाई है। हमने यह जानने के लिए सर्वे किया है कि लोग हमसे क्या चाहते हैं, हम उन्हें 'सुशासन' देने के लिए काम कर रहे हैं जिसकी उन्हें सबसे अधिक आवश्यकता है।

आईएएनएस : कृपया इन चौपालों के बारे में विस्तार से बताएं?

पंचारिया : वर्षों से महिला आरक्षण बिल लंबित था। लेकिन, अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृढ़ निश्चय के कारण यह पारित हो गया है और महिलाएं इससे काफी खुश हैं। हम महिला चौपाल आयोजित कर मोदी सरकार की उपलब्धियों और कांग्रेस की विफलताओं पर चर्चा कर रहे हैं। इस बार महिलाओं का वोट प्रतिशत बढ़ेगा और वे बीजेपी के पक्ष में वोट करेंगी।

इसके अलावा किसान चौपालों का भी आयोजन किया जा रहा है। यहां किसान अपने मुद्दों पर चर्चा करते हैं। वे कांग्रेस सरकार की कर्जमाफी को लेकर किए जा रहे झूठे वादों से काफी व्यथित हैं और चौपालों में अपनी चिंता व्यक्त कर रहे हैं।

आगे छात्र चौपालें हैं। बार-बार पेपर लीक होने से युवा परेशान हैं। वे बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। बेरोजगारी भत्ता देने का फर्जी वादा कर कांग्रेस सरकार ने उन्हें ठगा है। ये चौपालें उनकी चिंताओं का समाधान कर रही हैं। हमने युवाओं को बाइक दी है जो अपने क्षेत्र के प्रत्येक घर में जाएंगे और भाजपा के नारे लगाते हुए मोदी सरकार की उपलब्धियों और कांग्रेस की विफलताओं के बारे में बात करेंगे।

इसके अलावा हम एक सामाजिक सम्मेलन का आयोजन कर रहे हैं, जिसके तहत एसटी और ओबीसी सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में संत और महात्मा सम्मेलन भी आयोजित किए जाएंगे, क्योंकि वे सनातन धर्म पर 'इंडिया' गठबंधन के नेताओं की टिप्पणियों और उस पर कांग्रेस नेताओं की चुप्पी से समान रूप से आहत हैं। उन्होंने हमसे संपर्क किया है और सनातन के खिलाफ बोलने वालों के विरुद्ध आवाज उठाने के लिए तैयार हैं।

आईएएनएस : भाजपा के लिए मुख्य मुद्दे क्या होंगे?

पंचारिया : कानून व्यवस्था, तुष्टीकरण, बेरोजगारी, पेपर लीक तथा महिलाओं पर अत्याचार प्रमुख मुद्दे होंगे। यह बताया गया है कि राज्य कांग्रेस प्रमुख डोटासरा ने अपने परिवार के कई सदस्यों को आरएएस अधिकारी बनाया है, इसलिए कांग्रेस नेतृत्व को निशाना बनाया जाएगा और हमें यकीन है कि सीएम गहलोत इस बार अपने गृह क्षेत्र में हार जाएंगे।

2014 से पहले हमने कभी कांग्रेस नेताओं को मंदिर जाते नहीं देखा, लेकिन अब कई नेताओं को मंदिर जाते देखा जा सकता है। हम इन बिंदुओं को उठाएंगे। सीएम और मेरा निर्वाचन क्षेत्र एक ही है। मैंने कभी भी उनके यहां किसी कथा या धार्मिक प्रवचन का आयोजन होते नहीं देखा। हम जनता को जागरूक करेंगे कि वोट की खातिर वे अब कैसे नकली चेहरे अपना रहे हैं।

आईएएनएस : विभिन्न वर्गों को साथ लाने के लिए कोई विशेष रणनीति?

पंचारिया : हमने जमीनी स्तर तक पहुंचने का फैसला किया है और विस्तारक लाए हैं। उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए मोटरसाइकिल दी गई हैं कि वे गांवों में जाएं, मोदी सरकार की उपलब्धियों और कांग्रेस की विफलताओं पर विस्तार से चर्चा करें।

आईएएनएस : सीएम गहलोत के बार-बार वसुंधरा की तारीफ करने पर आपकी क्या राय है?

पंचारिया : कभी-कभार गहलोत हमारी मजबूत नेता वसुंधरा राजे की तारीफ करते हैं, इसमें कोई बुराई नहीं है। ये राजनीति है। हमारे नेता और पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने भी इंदिरा गांधी की तारीफ की थी। हमारे पीएम नरेंद्र मोदी भी गहलोत को अपना दोस्त बता चुके हैं। ऐसे बयानों में कुछ भी गलत नहीं है क्योंकि ये राजनीति का हिस्सा है।

आईएएनएस : बीजेपी की कई यात्राओं में वसुंधरा गायब रहीं और उनके कई समर्थकों के टिकट काटे गए? इस पर आपकी क्या राय है?

पंचारिया : सर्वे के मुताबिक वसुंधरा हमारी पार्टी की सबसे मजबूत नेता हैं। वह उन सभी बैठकों और कार्यक्रमों में शामिल होती रही हैं, जहां उनकी उपस्थिति जरूरी होती है। हां, वह कुछ से अनुपस्थित रही हैं। लेकिन, ऐसा इसलिए है क्योंकि पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष होने के नाते उनके पास अन्य कार्य भी हैं।

आईएएनएस : भाजपा इन चुनावों में चेहराविहीन क्यों हो रही है?

पंचारिया : बीजेपी की नीति है कि जिस राज्य में वह सत्ता में नहीं होती, वहां वह कभी सीएम चेहरा घोषित नहीं करती। वर्षों से पार्टी की यही नीति रही है।

आईएएनएस : चुनावी सर्वे कहते हैं कि इस बार कांग्रेस और भाजपा में कड़ी टक्कर है? आपकी राय?

पंचारिया : 3 दिसंबर को कमल खिलेगा। कांग्रेस को बड़ी हार का सामना करना पड़ेगा। हम एक सिस्टम में काम करते समय अग्रिम योजना और उचित रणनीतियों से गुजर रहे हैं। कांग्रेस को देखिए, वे अपने उम्मीदवारों की घोषणा करने में इतना समय ले रहे हैं। एक मजबूत आंतरिक दरार है। उनमें और जनता के बीच भी संघर्ष है जो उनके पतन का कारण बनेगा।

भाजपा ने प्रत्येक गांव के प्रत्येक घर तक पहुंचने की रणनीति बनाई है। एक भी गांव ऐसा नहीं बचेगा, जहां पार्टी का कोई कार्यकर्ता न गया हो, हम वहां जाकर भोजन करेंगे, चौपाल लगेगी जहां कांग्रेस के अधूरे वादों पर चर्चा होगी।

प्रत्येक विधानसभा सीट का दौरा वरिष्ठ नेता करेंगे, सभी पंचायत समितियों में स्थानीय नेता सोशल इंजीनियरिंग कार्ड खेलेंगे, ग्राम पंचायत निवासियों से युवा कार्यकर्ताओं के माध्यम से संपर्क किया जाएगा। एक भी घर ऐसा नहीं बचेगा, जहां भाजपा कार्यकर्ता न गए हों।

हमें विश्वास है कि हम प्रचंड जीत दर्ज करेंगे, गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकेंगे और यह भी सुनिश्चित करेंगे कि इस बार गहलोत अपने गृह क्षेत्र से हार जाएं। हमारे पास अच्छे नेता, अच्छी नियत और अच्छी नीति है।

--आईएएनएस

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