💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

26/11 की 15वीं बरसी पर बोली भाजपा : कांग्रेस ने आतंकवाद को पाला, जबकि मोदी सरकार ने आतंकवाद की जड़ पर किया प्रहार

प्रकाशित 26/11/2023, 03:29 am
26/11 की 15वीं बरसी पर बोली भाजपा : कांग्रेस ने आतंकवाद को पाला, जबकि मोदी सरकार ने आतंकवाद की जड़ पर किया प्रहार

नई दिल्ली, 25 नवंबर (आईएएनएस)। मुंबई पर हुए 26/11 आतंकी हमले की 15वीं बरसी पर उस भयावह आतंकी हमले को याद करते हुए भाजपा ने तत्कालीन यूपीए सरकार, तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस ने आतंकवाद को सतत पालने का ही काम किया, जबकि मोदी सरकार ने आतंकवाद की जड़ पर प्रहार किया है और इसी का परिणाम है कि आज आतंकी संगठन कश्मीर के अलावा भारत के अन्य शहरों में आतंकी वारदातें करने से डरते हैं। मुंबई से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ल ने 26/11 के भयावह आतंकी हमले को याद करते हुए आईएएनएस से कहा कि 26/11 को हुए आतंकी हमले से पहले संसद में तत्कालीन रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी ने स्वयं कहा था कि इस तरह की खुफिया जानकारी भारत सरकार के पास थी कि सागर तट से भारत के किसी बड़े महानगर में आतंकी हमला हो सकता है, लेकिन इसके बावजूद सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त नहीं किया गया और 26/11 के हमले में सैकड़ों निर्दोष भारतीय और वैश्विक नागरिकों का नरसंहार हुआ।

भाजपा प्रवक्ता ने मुंबई पर हुए उस आतंकी हमले का कठोर जवाब पकिस्तान को नहीं देने का आरोप लगाते हुए यह भी दावा किया कि उस समय तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से एयरफोर्स के तत्कालीन चीफ ने पूछा भी था कि कराची के जिस कमांड सेंटर से लश्कर-ए- तैयबा के आतंकवादियों को कमांड दिया जा रहा था, भारतीय वायुसेना पाकिस्तान के कराची स्थित उस कमांड सेंटर पर हमला कर सकती है, लेकिन उस समय के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने उन्हें ऐसा करने की इजाजत नहीं दी।

2014 में नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद हालात बदलने का दावा करते हुए भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद दो बड़ी आतंकवादी घटनाएं हुईं - उरी और पुलवामा में। इसके बाद जिस तरह से आतंकवाद के समूल नाश के लिए कार्रवाई की गई, उससे आतंकियों के हौसले पस्त हुए। मोदी सरकार ने सिर्फ पाकिस्तान में घुसकर ही आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की, बल्कि म्यांमार में भी घुसकर पूर्वोत्तर भारत में आतंकवाद फैला रहे आतंकी संगठनों की कमर तोड़ने का काम किया। इसका परिणाम यह हुआ कि आतंकवादी आज भारत पर हमला करने से डरते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि बहुत सारे आतंकवादियों की जिस तरह से अज्ञात लोग पाकिस्तान और कनाडा में हत्या कर रहे हैं और पाकिस्तान की सरकार एवं पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई उन हत्याओं का आरोप भारत की खुफिया एजेंसी पर लगा रही है उससे भी यह साफ दिख रहा है कि आतंकवादी चाहे पाकिस्तान में बैठा हो या कनाडा में बैठा हो, उसको भारत की एजेंसियो से डर लगने लगा है। जिसके कारण कश्मीर के अलावा अन्य किसी स्थान पर आतंकी कार्रवाई करने से आतंकी तंजीमें घबराते हैं।

उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को सतत पालने का काम ही यूपीए और उसकी पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकारों ने किया था। चाहे 1980 का दशक रहा हो, चाहे 1990 का दशक रहा हो या 2000 का दशक रहा हो, कांग्रेस ने लगातार आतंकवाद को पोषित करने का ही काम किया, जबकि मोदी सरकार ने आतंकवाद की जड़ पर प्रहार किया है।

लेकिन 15 साल बीत जाने के बावजूद 26/11 आतंकी हमले के जिम्मेदार आतंकवादियों को अभी तक सजा क्यों नहीं मिल पाई, सवाल का जवाब देते हुए प्रेम शुक्ल ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय कानून के अनुसार ही इन आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई होगी, क्योंकि अन्य देशों में जो इन आतंकवादियों को प्रश्रय प्राप्त है, उन देशों की कानून के अनुसार ही काम होगा लेकिन आतंकवाद के खिलाफ भारत की मुहिम जारी है। संयुक्त राष्ट्र महासभा, जी-20, ब्रिक्स और शंघाई सहयोग संगठन सहित तमाम वैश्विक मंचों पर आतंकवाद के विरुद्ध विमर्श तैयार करने में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

--आईएएनएस

एसटीपी/एसजीके

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित