तिरुवनंतपुरम, 30 नवंबर (आईएएनएस)। बीमार चल रहे भाकपा के राज्य सचिव कनम राजेंद्रन को बदलने की अटकलों पर विराम लगाते हुए पार्टी ने गुरुवार को अनुभवी नेता को पद पर बनाये रखने का फैसला किया।पिछले साल राज्य सचिव के रूप में दूसरे कार्यकाल के लिए चुने गए राजेंद्रन (73) की तबीयत पिछले कुछ महीनों से ठीक नहीं है। उन्हें पद से हटाने की अफवाहें तब और तेज हो गईं जब इस महीने की शुरुआत में उनकी मधुमेह की स्थिति खराब होने के बाद उनका दाहिना पैर काट दिया गया।
बैठक में भाकपा नेतृत्व ने उन्हें पद पर बने रहने की अनुमति देने और उनकी जिम्मेदारियों को दो सहायक सचिवों में बाँटने का फैसला किया है ।
दो बार के पूर्व विधायक राजेंद्रन एक सख्त राजनेता माने जाते हैं और पार्टी में ऐसे लोग भी हैं जो उनका कड़ा विरोध करते हैं। हालाँकि, उन्हें बहुमत का समर्थन प्राप्त है और यह तब स्पष्ट हुआ जब मामला चर्चा में आया। राजेंद्रन को मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के साथ अच्छे संबंधों के लिए जाना जाता है।
इस बीच, आगामी लोकसभा चुनाव करीब आने के साथ, भाकपा ने राजेंद्रन के साथ बने रहने का फैसला किया, क्योंकि ऐसी अटकलें थीं कि माकपा उन सीटों पर फेरबदल की मांग कर सकती है, जिन पर भाकपा लोकसभा चुनाव लड़ती है।
लोकसभा की 20 सीटों में से माकपा 16 पर चुनाव लड़ती है जबकि चार सीटें भाकपा को दी गई हैं। माकपा तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट लेने की इच्छुक है, जहाँ भाकपा 2009 से कांग्रेस सांसद शशि थरूर से तीन बार हार चुकी है।
--आईएएनएस
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