भुवनेश्वर, 1 दिसंबर (आईएएनएस)। ओडिशा के क्योंझर जिले के घाटगांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 20 पर शुक्रवार को एक दुखद सड़क दुर्घटना में तीन महिलाओं सहित आठ लोगों की मौत हो गई, जबकि 12 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
मृतक गंजम जिले के पोदामारी, बटागाड़ा, पलाझड़ी और देखाली गांवों के निवासी थे।
घाटगांव पुलिस थाने के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि गंजम से कई बच्चों समेत कम से कम 21 लोग टाटा विंगर वैन में क्योंझर जिले के घाटगांव स्थित तारिणी मंदिर जा रहे थे।
“शुक्रवार सुबह 4.30 बजे वाहन मंदिर से लगभग आठ किलोमीटर दूर एक मोड़ पर खड़े सीमेंट से भरे ट्रक से टकरा गया। हादसा इतना भीषण था कि सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद टाटा विंगर का ड्राइवर मौके से भाग गया। पुलिस अधिकारी ने कहा, ''चालक द्वारा तेज और लापरवाही से गाड़ी चलाना इस दुखद दुर्घटना का कारण हो सकता है।''
इस बीच, घाटगांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज करा रहे एक 5 वर्षीय बच्चे ने कुछ मिनट बाद दम तोड़ दिया।
लगभग आठ घायलों को क्योंझर जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया, जबकि गंभीर रूप से घायल तीन लोगों को कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज में स्थानांतरित कर दिया गया।
सूत्रों ने बताया कि आरोपी ड्राइवर ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण भी कर दिया है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने दुखद सड़क दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया है और मुख्यमंत्री राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिजनों के लिए 3-3 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ने अस्पताल अधिकारियों को घायल व्यक्तियों को पर्याप्त उपचार प्रदान करने का निर्देश दिया है।
राज्य के भद्रक और संबलपुर जिले में अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में दो और लोगों की मौत हो गई है। भद्रक से पांच लोग धामनगर की ओर जा रहे थे, तभी गुरुवार देर रात उनकी कार भद्रक जिले के अराडी चौक के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 16 पर खड़े एक ट्रक से टकरा गई।
एक अन्य घटना में, संबलपुर जिले के जमनकिरा क्षेत्र के चीनीमहुल गांव में राष्ट्रीय राजमार्ग 53 पर विपरीत दिशा से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक के साथ आमने-सामने की टक्कर के बाद एक कंटेनर के चालक की मौत हो गई।
सरकार ने एक दिसंबर से 'शून्य मृत्यु सप्ताह' मनाने की घोषणा की है, जबकि सप्ताह के पहले दिन राज्य में तीन दुखद सड़क दुर्घटनाएं हो गईं।
--आईएएनएस
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