💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

मणिपुर सरकार ने चुराचांदपुर जिले में इंटरनेट निलंबन 5 दिनों के लिए बढ़ाया

प्रकाशित 27/02/2024, 06:52 am
मणिपुर सरकार ने चुराचांदपुर जिले में इंटरनेट निलंबन 5 दिनों के लिए बढ़ाया

इंफाल, 27 फरवरी (आईएएनएस)। मणिपुर सरकार ने मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति को ध्यान में रखते हुए चुराचांदपुर जिले में मोबाइल डेटा सेवाओं सहित इंटरनेट निलंबन को अगले पांच दिनों के लिए यानी दो मार्च तक बढ़ा दिया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।संयुक्त सचिव (गृह) मायेंगबाम वीटो सिंह ने एक आदेश में कहा कि राज्य सरकार ने चुराचांदपुर में मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करने के बाद वीपीएन के जरिए इंटरनेट सेवा, मोबाइल डेटा सेवाओं और इंटरनेट/डेटा सेवाओं का निलंबन जारी रखने का निर्णय लिया है।

आदेश में कहा गया है कि मोबाइल सेवा प्रदाताओं को भी आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।

राज्य सरकार ने 16 फरवरी को चुराचांदपुर में इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित करने का आदेश दिया था, जिसके पांच दिन बाद 800 से 1,000 लोगों की भीड़ ने उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक के कार्यालय परिसरों में घुसकर तोड़फोड़ की और सरकारी संपत्तियों को आग लगा दी व महत्वपूर्ण दस्तावेजों को नुकसान पहुंचाया।

सुरक्षा बलों के साथ झड़प में दो लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। जब सशस्त्र बदमाशों के साथ कांस्टेबल का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मणिपुर पुलिस के एक हेड कांस्टेबल के निलंबन का विरोध करने के लिए भीड़ जिला कार्यालय परिसर में घुस गई।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि कार्यालय परिसर में खड़े चुराचांदपुर जिलों में राहत शिविरों के लिए सामग्री ले जा रहे बारह ट्रक और बसें भी जला दी गईं।

भीड़ ने डिप्टी कमिश्‍नर के सरकारी आवास को भी आग लगा दी। इस घटना में राष्ट्रीय ध्वज का भी अपमान होने की खबर है।

बयान में कहा गया है कि घटना के बाद 'इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम' (आईटीएलएफ), जो कुकी-ज़ो समुदाय के सभी आदिवासी संगठनों का शीर्ष निकाय होने का दावा करता है, ने उपायुक्त के खिलाफ सीधी धमकी देते हुए कई प्रेस विज्ञप्ति/नोटिस जारी किए और चुराचांदपुर के पुलिस अधीक्षक को जिला छोड़ने और सरकारी कार्यालयों को बंद करने का अल्टीमेटम भी दिया।

कहा गया है कि मणिपुर की राज्य सरकार पिछले साल 3 मई से जिलों के उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों के माध्यम से सभी जिलों में विस्थापित व्यक्तियों के कल्याण के लिए अथक प्रयास कर रही है।

इस बीच, आईटीएलएफ ने सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लिखे एक पत्र में चुराचांदपुर जिले में राहत केंद्रों में इंटरनेट सेवाएं और राशन बहाल करने के लिए उनके हस्तक्षेप की मांग की।

--आईएएनएस

एसजीके/

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित