💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

किसान सम्मान निधि योजना के 5 साल : किसानों के आर्थिक उन्नयन पर मोदी सरकार का फोकस

प्रकाशित 27/02/2024, 08:33 pm
किसान सम्मान निधि योजना के 5 साल : किसानों के आर्थिक उन्नयन पर मोदी सरकार का फोकस

नई दिल्ली, 27 फरवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा से किसानों के विकास के लिए तत्पर नजर आते हैं। किसानों की आय कैसे दोगुनी हो इसके लिए सरकार की तरफ से कई किसान हितैषी योजनाएं भी चलाई जा रही हैं। किसानों के जीवन को कैसे बेहतर बनाया जाए पीएम मोदी के काम की सूची में प्राथमिकता से शामिल है।किसानों को अपनी फसल की बुआई से लेकर उसके तैयार होने तक किसी तरह की आर्थिक परेशानी से ना जूझना पड़े इसके लिए नरेंद्र मोदी सरकार की तरफ से पीएम किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की गई थी। जिसके तहत सरकार की तरफ से सीधे किसानों के खाते में 6000 रुपए की रकम भेजी जाती है। 24 फरवरी 2019 को सरकार ने इस योजना की शुरुआत की थी और अब इस योजना के 5 साल पूरे हो गए हैं। ऐसे में अब 28 फरवरी को इस योजना के तहत किसानों के खाते में इसकी 16वीं किस्त आने वाली है जिसकी आधिकारिक घोषणा कर दी गई है।

बता दें कि साल 2019 में फरवरी में पेश किए गए अंतरिम बजट में पीएम किसान योजना का ऐलान हुआ था। तब इसके जरिए किसानों को नियमित सहायता राशि देने का वादा किया गया था। सरकार की तरफ से इस योजना की शुरुआत किसानों के फसल की लागत को कम करने के लिए की गई थी। सरकार की तरफ से इस योजना के जरिए 6 हजार रुपए की राशि को 3 भागों में बांटकर किसानों को दिया जाता है। जिसमें से एक भाग रबी सीजन की बुआई के वक्त, दूसरा भाग खरीफ बुआई के वक्त और इसकी तीसरी किस्त जायद फसलों के बुआई के वक्त दी जाती है।

पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अब जब 5 साल पूरे हो गए हैं तो आपको बता दें कि बीते 5 वर्षों से इस योजना के तहत इसके 11 करोड़ से अधिक लाभार्थी किसानों को 2.80 लाख करोड़ का हस्तांतरण किया जा चुका है। अब जब पीएम 28 फरवरी को इसकी 16वीं किस्त जारी करेंगे तो इस बार इसके अंतर्गत 8 करोड़ की राशि जारी की जाएगी।

इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार के द्वारा किसान हितैषी कई और योजनाओं को चलाया जा रहा है। जिसका लाभ पाकर किसान सशक्त हो रहे हैं। इसमें पीएम किसान मानधन योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, परम्परागत कृषि विकास योजना (पीकेवीवाई), सॉयल हेल्थ कार्ड, नीम कोटेड यूरिया जैसी कई योजनाएं चलाई जा रही है। जिसका सीधा लाभ किसानों को मिल रहा है और यह किसानों के सशक्तिकरण में मिल का पत्थर साबित हो रहा है।

पीएम किसान मानधन योजना स्कीम के तहत सरकार की तरफ से हर महीने किसानों को 3 हजार रुपये की पेंशन दी जा रही है। जिससे जुड़ने के लिए किसानों की उम्र 18 से 40 साल है। रजिस्टर्ड किसान जब 60 वर्ष के हो जाते हैं तो इसके बाद उनके अकाउंट में तीन हजार रुपये प्रति माह पेंशन भेजी जाती है। इसके साथ प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत फसल के नुकसान के खिलाफ किसानों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए यह योजना चलाई जाती है। जिसमें प्राकृतिक आपदाओं, कीटों और बीमारियों के कारण फसल के नुकसान पर उसकी भरपाई बीमा कंपनियों के द्वारा की जाती है। इस योजना के तहत किसानों को प्रीमियम का भुगतान करना होता है। जिस पर सरकार सब्सिडी देती है।

वहीं भारत सरकार की तरफ से किसानों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड की व्यवस्था की गई है। यह बैंकों के द्वारा जारी किया जाता है। इसके तहत किसानों को खेती से जुड़ी चीजों खाद, बीज, कीटनाशक इत्यादि की खरीद के लिए सस्ती ब्याज दरों पर कर्ज उपलब्ध कराया जाता है।

वहीं प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना भी किसानों के लिए बेहद हितकर योजना है। जिसमें किसानों को सिंचाई के नई तकनीकी उपकरण की खरीद के लिए धन राशि की व्यवस्था की जाती है। वहीं परम्परागत कृषि विकास योजना के तहत भारत सरकार किसानों को 50 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की वित्तीय सहायता जैविक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए देती है।

इसके साथ ही खेती के लिए किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड (सॉयल हेल्थ कार्ड) जारी करने की भी व्यवस्था की गई है। ताकि मिट्टी की जांच से उसकी शक्ति उसमें किस तरह के फसल बेहतर उपज देंगे। मिट्टी की कमजोरी इन सभी चीजों की वैज्ञानिक जांच के जरिए रिपोर्ट दी जाती है। ताकि किसान उसी के अनुसार फसलों का चयन खेती के लिए कर सकें।

इसके साथ ही नीम कोटेड यूरिया के जरिए उर्वरक की लागत को कम करने और कालाबाजारी को रोकने के लिए मोदी सरकार ने इस योजना की शुरुआत की। नीम कोटेड होने की वजह से यूरिया की खपत 10 पर्सेंट तक कम हो गई है।

--आईएएनएस

जीकेटी/

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित