💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

ओटीटी एंटरटेनमेंट सर्विस का आनंद उठा रहे 70.7 करोड़ भारतीय इंटरनेट यूजर्स : रिपोर्ट

प्रकाशित 27/02/2024, 09:12 pm
ओटीटी एंटरटेनमेंट सर्विस का आनंद उठा रहे 70.7 करोड़ भारतीय इंटरनेट यूजर्स : रिपोर्ट

मुंबई, 27 फरवरी (आईएएनएस)। भारत में करीब 86 प्रतिशत इंटरनेट यूजर्स (70.7 करोड़) ओटीटी ऑडियो-वीडियो सर्विसेज का आनंद उठा रहे हैं। यह खुलासा मंगलवार को जारी की गई एक रिपोर्ट में हुआ है। इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई), मार्केटिंग डेटा और एनालिटिक्स कंपनी कांतार ने संयुक्त रूप से 'इंटरनेट इन इंडिया रिपोर्ट 2023' तैयार की है। रिपोर्ट से पता चला कि बढ़ोतरी मुख्य रूप से गैर-पारंपरिक उपकरणों जैसे- स्मार्ट टीवी, स्मार्ट स्पीकर, फायरस्टिक्स, क्रोमकास्ट, ब्लू-रे आदि से संचालित है।

रिपोर्ट के अनुसार, कुल मिलाकर पूरे भारत में 2021-23 के बीच इनमें 58 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई।

आईएएमएआई के चेयरमैन और ड्रीम स्पोर्ट्स के को-फाउंडर हर्ष जैन ने कहा, '''इंटरनेट इन इंडिया', आईसीयूबीई-2023 अध्ययन पर आधारित है, जिसमें लक्षद्वीप को छोड़कर भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 90,000 से अधिक घरों को शामिल किया गया है। यह देश में इंटरनेट के उपयोग का सबसे बड़ा सर्वे है।''

उन्होंने यह रिपोर्ट जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में इंडिया डिजिटल समिट-2024 के उद्घाटन सत्र में जारी की।

रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पारंपरिक लीनियर टीवी (18.1 करोड़) की तुलना में अधिक लोग केवल इंटरनेट उपकरणों (20.8 करोड़) पर वीडियो कंटेंट तक पहुंच रहे हैं। इंटरनेट के अन्य टॉप यूज के मामलों में कम्युनिकेशन (62.1 करोड़ यूजर्स) और सोशल मीडिया (57.5 करोड़ यूजर्स) शामिल हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, ग्रामीण भारत के यूजर्स इन सभी उपयोग-मामलों को चला रहे हैं, जो प्रत्येक उपयोग के मामले के लिए यूजर्स आधार का 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सा है।

भारत में इंटरनेट की बढ़ती पहुंच 80 करोड़ के नए मील के पत्थर को पार कर गई है। साल 2023 में कुल एक्टिव इंटरनेट यूजर्स 82 करोड़ तक पहुंच गए हैं, जिसका मतलब है कि पिछले साल 55 प्रतिशत से अधिक भारतीयों ने इंटरनेट का उपयोग किया है।

इनसाइट्स के पुनीत अवस्थी ने रिपोर्ट के प्रमुख आंकड़े पेश करते हुए कहा, ''देश भर में इंटरनेट की पहुंच सालाना आधार पर 8 प्रतिशत की मामूली दर से बढ़ी। ग्रामीण भारत (44.2 करोड़) का स्पष्ट बहुमत कुल उपयोगकर्ता आधार का लगभग 53 प्रतिशत से ज्यादा है।''

सबसे कम इंटरनेट यूजर्स आधार वाले राज्यों में भी हाई ग्रोथ रेट के संकेत मिले हैं। झारखंड में 46 प्रतिशत और बिहार में 37 प्रतिशत इंटरनेट यूजर्स बढ़े हैं, जो झारखंड में 12 और बिहार में 17 प्रतिशत की औसत वृद्धि दर दिखा रहे हैं।

--आईएएनएस

एफजेड/एबीएम

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित