रांची, 8 जुलाई (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश पेशाब कांड के विरोध में आदिवासी संगठनों ने शनिवार को रांची में मार्च निकाला और हरमू स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय का घेराव करने की कोशिश की। प्रदर्शनकारी पेशाब कांड के आरोपी को फांसी देने की मांग कर रहे थे। पुलिस ने भाजपा कार्यालय की ओर बढ़ रहे प्रदर्शनकारियों को रास्ते में ही रोक दिया। आदिवासी संगठनों के लोग शनिवार दोपहर में रांची के हरमू मैदान में इकट्ठा हुए। उन्होंने केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, सांसद समीर उरांव के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
मार्च में शामिल लोगों ने कहा कि खुद को आदिवासियों का हितैषी बताने वाले झारखंड भाजपा के आदिवासी नेताओं ने इस कांड पर चुप्पी साधे रखी। किसी की जुबान से इस घटना को लेकर निंदा का एक शब्द तक नहीं निकला। इस प्रकरण से भाजपा का असली चेहरा सामने आ गया है।
मार्च का नेतृत्व करने वाले अजय तिर्की ने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में आदिवासियों पर लगातार जुल्म हो रहे हैं। मध्य प्रदेश के पेशाब कांड से पूरा देश शर्मसार हुआ है, लेकिन भाजपा इस मसले पर केवल ढोंग कर रही है।
लक्ष्मी नारायण मुंडा ने कहा कि चुनाव में भाजपा को आदिवासी सबक सिखाएंगे। इतनी बड़ी घटना के बाद झारखंड के भाजपाइयों की चुप्पी शर्मनाक है। जब यह मामला सामने आया तब प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी अपना अभिनंदन करवा रहे थे। ऐसे नेता सिर्फ आदिवासियों के नाम पर अपनी राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं।
आदिवासी संगठनों के इस मार्च की वजह से हरमू बाईपास रोड पर लंबा जाम लगा रहा। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए बैरिकेडिंग कर रखी थी। इसे लांघने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच नोंक-झोंक भी हुई।
इधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस प्रदर्शन को सत्ता प्रायोजित राजनीतिक नौटंकी करार दिया।
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