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मप्र की जनता तय करे, वह विकास के साथ है या घोटालों के साथ : शाह

प्रकाशित 21/08/2023, 02:16 am
मप्र की जनता तय करे, वह विकास के साथ है या घोटालों के साथ : शाह
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भोपाल, 20 अगस्त (आईएएनएस)। केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा के रणनीतिकार अमित शाह ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में राज्य सरकार के 20 साल का रिपोर्ट कार्ड जारी करते हुए कहा कि राज्य की जनता को तय करना है कि वह विकास के साथ है या घोटालों के साथ। उन्‍होंने कांग्रेस को चुनौती दी है कि अगर उसमें हिम्मत हो तो वह अपने 50 साल का रिपोर्ट कार्ड जनता के बीच जारी करे। राजधानी के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में आयोजित 'गरीब कल्याण महा अभियान, रिपोर्ट कार्ड 2003-2023' जारी करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि अगर जनता विकास के साथ है, तो उसे 2023 के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को अपना समर्थन देना है।

शाह ने कहा कि मोदी ने देश के प्रधानमंत्री बनते ही भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का बीड़ा उठाया। देश को दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था, 5 ट्रिलियन इकॉनॉमी और आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया। आज भारत क्लाइमेट चेंज और आतंकवाद पर जीरो टाॅलरेंस के मामले में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है।

उन्‍होंने कहा, ''जी-20 समिट सारी दुनिया में भारत की संस्कृति, विकास और उसके भविष्य के प्रसार का माध्यम बन रही है। पहली बार जी-20 समिट देश के सभी राज्यों के 59 स्थानों पर हो रही है। 14 देशों ने प्रधानमंत्री मोदी जी को अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। भारत आज डिजिटल लेनदेन, एलईडी बल्ब के वितरण, स्वच्छता, टीकाकरण तथा दाल, दलहन, दूध,जूट और रेल इंजन के उत्पादन में दुनिया में पहले स्थान पर है। मोबाइल, सीमेंट, स्टील, कॉटन, चाय के उत्पादन में दूसरे स्थान पर तथा स्टार्टअप और वाहन उद्योग में तीसरे स्थान पर है।''

शाह ने कहा, दूसरी तरफ कांग्रेस अपने शासन में सिर्फ घोटाले करती रही। बोफोर्स घोटाला, टूजी घोटाला, सत्यम घोटाला, कॉमनवेल्थ घोटाला, कोयला घोटाला, चॉपर घोटाला, टेट्रा ट्रक घोटाला, वोट के बदले नोट घोटाला, आदर्श हाउसिंग घोटाला, डीएलएफ घोटाला, नेशनल हेराल्ड घोटाला, खाद्य सुरक्षा बिल घोटाला, शेयर बाजार घोटाला, आईपीएल घोटाला, एलआईसी हाउसिंग घोटाला, मधु कोड़ा कांड, राफेल खरीदी घोटाला, सबमरीन घोटाला, मंदिर कलेक्शन घोटाला और वॉक्स वैगन इक्विटी घोटाले जैसे 24 से अधिक घोटालों में लिप्त रही है।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि बीते 20 साल में मध्य प्रदेश की तस्वीर बदली है, मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य कहा जाता था जिसे देश के सबसे विकसित राज्य बनाने का प्रयास किया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस काल के 24 घोटालों का सिलसिलेवार जिक्र किया और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को बंटाधार कहकर और कमलनाथ पर हमले बोले। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस में हिम्मत है तो अपने 50 साल का रिपोर्ट कार्ड लेकर आए, कांग्रेस के लोगों से पूछना चाहता हूं कि आपने मध्य प्रदेश के साथ कितना न्याय किया, इसका हिसाब दीजिए और आंकड़े लेकर नौ करोड़ जनता के सामने आइए।

शाह ने कहा, केंद्र में जब 2004 से 14 के बीच सोनिया-मनमोहन की सरकार थी तब मध्य प्रदेश को 1 लाख 58000 करोड रुपए 10 साल में दिए, वही मोदी सरकार ने नौ साल में आठ लाख 30 हजार करोड रुपए मध्य प्रदेश को देने का काम किया है। कांग्रेस पर उन्होंने हमला करते हुए कहा कि बंटाधार और कमलनाथ इधर-उधर की बात नहीं कीजिए मध्य प्रदेश का काफिला क्यों लुटा ,इसका जवाब जरूर दीजिए, यह कांग्रेस के काल में लुटा है।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि 2003 से पहले मध्य प्रदेश बीमारू राज्य हुआ करता था। 2003 में आई भाजपा की सरकार ने प्रदेश को बीमारू राज्य के कलंक से मुक्ति दिलाई। 2003 से 2023 तक के 20 साल प्रदेश में गरीबी से मुक्ति का स्वर्णकाल रहे हैं और इन सालों में आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश की नींव डाली गई। 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनी और मध्यप्रदेश की दिल खोलकर मदद की। राजधानी भोपाल से गांव की चौपाल तक विकास और खुशहाली बयार चलाई। इसका प्रति उत्तर देते हुए प्रदेश की जनता ने भी दिल खोलकर वोट दिए। 2019 में 29 में से 28 सीटें भाजपा को दीं और 2024 में जो एक सीट की कमी रह गई है, वो भी जनता पूरी कर देगी।

शाह ने कहा, ''मैं प्रदेश की जनता को विश्‍वास दिलाता हूं कि देश के अमृतकाल में मध्यप्रदेश देश का अग्रणी राज्य बनेगा। आने वाला चुनाव प्रदेश को विकसित और सर्वोच्च राज्य बनाने तथा गरीबी से संपूर्ण मुक्ति दिलाने वाला चुनाव है और मुझे पूरा विश्‍वास है कि प्रदेश की नौ करोड़ जनता का आशीर्वाद हमें मिलेगा।''

शाह ने राज्य में हुए विकास कार्य और समस्याओं पर विराम लगने का जिक्र करते हुए कांग्रेस नेता पर हमला करते हुए कहा कि कमलनाथ जैसे जिन नेताओं ने कभी हाथों में हल नहीं पकड़ा, वो हमारी सरकार पर सवाल उठाते हैं। जबकि उनकी सरकार के समय समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी सिर्फ 4.38 लाख थी, जिसे हमारी सरकार ने 77.96 लाख मीट्रिक टन तक पहुंचाया। धान की खरीदी सिर्फ 95 हजार मीट्रिक टन होती थी, जिसे 46.30 लाख टन तक पहुंचाया।

शाह ने कहा कि पहले की सरकारें टुकड़े-टुकड़े विकास पर विश्‍वास करती थीं। 20 हजार घर, 30 हजार शौचालय जैसे लक्ष्य हुआ करते थे, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने देश में पहली बार संपूर्ण सेचुरेशन का कांसेप्ट दिया। हर घर में शौचालय, हर जरूरतमंद माता-बहन को गैस कनेक्शन, हर घर में नल से जल जैसी योजनाएं संपूर्ण सेचुरेशन की ही उदाहरण हैं। संपूर्ण सेचुरेशन को हासिल करने के लिए ही मोदी सरकार ने प्रदेश के 80 लाख घरों में शौचालय बनाए हैं, तो 1.2 करोड़ प्रधानमंत्री अन्न योजना के कॉर्ड बनाए हैं। 10.87 लाख गैस सिलेंडर बांटे गए हैं। 42 लाख प्रधानमंत्री आवास बनाए गए हैं। 4000 कि.मी. नए राजमार्ग बनाए जा रहे हैं। रीवा, ग्वालियर और जबलपुर एयरपोर्ट का विकास हो रहा है, 35 रेल्वे स्टेशन विश्‍वस्तरीय बनाए जा रहे हैं।

शाह ने कांग्रेस के 15 माह के शासनकाल को याद करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में 15 महीनों के लिए कमलनाथ की सरकार बनी थी, जिन्हें करप्शन नाथ कहा जाता है। बंटाढार और कमलनाथ की उस सरकार ने भाजपा सरकार द्वारा शुरू की गई गरीब कल्याण की सारी योजनाएं बंद कर दीं थीं और गरीब कल्याण अभियान को अपाहिज बना दिया था। उस सरकार ने सहरिया, भारिया और बैगा बहनों को मिलने वाला पोषण अनुदान बंद कर दिया था।

उन्‍होंने कहा कि इस्तीफा देते समय कोई मुख्यमंत्री काम नहीं करता, लेकिन करप्शन नाथ ने अपने इस्तीफे से 15 मिनट पहले मोबाइल घोटाले से संबंधित दस्तावेजों पर साइन किए। करप्शन नाथ ने 350 करोड़ का मोजर बेयर घोटाला किया और 2400 करोड़ के अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले से उनका संबंध है। करप्शन नाथ ने 600 करोड़ का इफ्को घोटाला, कर्जमाफी में 25000 करोड़ का हेरफेर किया। उस सरकार ने 800 ट्रांसफर करके नया तबादला उद्योग शुरू कर दिया था।

शाह ने कहा कि कमलनाथ को अपनी सरकार के डेढ़ सालों में हुए घोटालों का जवाब देना चाहिए।

--आईएएनएस

एसएनपी/एसजीके

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