💎 किसी भी बाजार में छिपे अंडरवैल्यूड स्टॉक्स का खुलासा करेंशुरू करें

भारत में मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों में तेजी से बढ़ी वेयरहाउसिंग स्पेस की मांग : रिपोर्ट

प्रकाशित 30/07/2024, 05:47 pm
© Reuters.  भारत में मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों में तेजी से बढ़ी वेयरहाउसिंग स्पेस की मांग : रिपोर्ट
AAPL
-
TSM
-
005930
-
2354
-

मुंबई, 30 जुलाई (आईएएनएस) भारत में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में तेजी के कारण वेयरहाउस की मांग में इजाफा देखने को मिल रहा है।मंगलवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में बताया गया है कि इस वर्ष की पहली छमाही में देश के आठ प्राथमिक बाजारों में 23 मिलियन स्क्वायर फीट के वेयरहाउस लेनदेन देखने को मिले हैं।

नाइट फ्रैंक इंडिया की ओर से जारी की गई एक रिपोर्ट में बताया गया है कि 55 प्रतिशत लेनदेन 'ग्रेड ए' के स्पेस के लिए हुए हैं। कुल वेयरहाउसिंग स्पेस वॉल्यूम में मुंबई की हिस्सेदारी 20 प्रतिशत है।

नाइट फ्रैंक इंडिया के प्रबंधक निदेशक, शिशिर बैजल ने बताया कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ओर से आ रही मांग ने ई-कॉमर्स सेक्टर के सुस्त प्रदर्शन की भरपाई की है।

उन्होंने आगे कहा कि वेयरहाउस विकसित करने के लिए जमीन मिलना अभी भी एक चुनौती बनी हुई है। संस्थागत निवेशकों की इस सेक्टर में बढ़ती रुचि के कारण आपूर्ति भी उच्च गुणवत्ता वाली होनी चाहिए।

रिपोर्ट में आगे बताया गया कि दिल्ली-एनसीआर वेयरहाउसिंग स्पेस के लिए दूसरा सबसे बड़ा बाजार है। इसकी कुल वॉल्यूम में हिस्सेदारी 17 प्रतिशत है।

पुणे, देश का सबसे महंगा वेयरहाउसिंग मार्केट है और यहां औसत किराया 26 रुपये प्रति स्क्वायर मीटर है। इसके बाद कोलकाता और मुंबई का स्थान आता है जहां औसत किराया क्रमश: 23.8 रुपये प्रति स्क्वायर मीटर और 23.6 प्रति स्क्वायर मीटर है।

रिपोर्ट में बताया गया कि पुणे और चेन्नई में सालाना आधार पर औसत किराया 4 प्रतिशत बढ़ा है। वहीं, एनसीआर और कोलकाता में सालाना आधार पर औसत किराये में 3 प्रतिशत की बढ़त हुई है।

रिपोर्ट में आगे कहा गया कि एप्पल, सैमसंग, फॉक्सकॉन और टीएसएमसी जैसी वैश्विक कंपनियों की ओर से भारत में मैन्युफैक्चरिंग क्षमता विस्तार किए जाने का फायदा वेयरहाउसिंग सेक्टर को मिल रहा है।

--आईएएनएस

एबीएस/एसकेपी

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित