नई दिल्ली, 3 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय स्टार्टअप कंपनियों को जुलाई महीने में एक अरब डॉलर से ज्यादा का फंड जुटाने में सफलता मिली है। स्टार्टअप में फंडिंग को आसान बनाने के लिए सरकार की ओर से आम बजट 2024-25 में एंजेल टैक्स को हटा दिया गया है।एनट्रैकर की रिपोर्ट में बताया गया है कि जुलाई में स्टार्टअप ने 126 डील के तहत कुल 1.03 अरब डॉलर की फंडिंग जुटाई है। इसमें से 28 डील ग्रोथ या लेट स्टेज की है, जिसमें 725 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया गया है।
वहीं, 72 डील शुरुआती स्टेज की है, जिसमें 311.83 मिलियन डॉलर जुटाए गए हैं। वहीं, 26 डील में जुटाई गई राशि का खुलासा नहीं किया गया है और हालांकि, यह शुरुआती चरण की डील है।
जुलाई में दो भारतीय स्टार्टअप को 100 मिलियन डॉलर से ज्यादा की फंडिंग जुटाने में सफलता मिली है। ई-कॉमर्स स्टार्टअप पर्पल और ऑटोमोटिव टेक स्टार्टअप रैपिडो दोनों में से हर एक ने 120 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया है।
इसके बाद ऑनलाइन होटल चेन ओयो ने 50 मिलियन डॉलर, फिनटेक कंपनी नावी ने 38 मिलियन डॉलर और कंज्यूमर टेक कंपनी अर्बन कंपनी की ओर से 38 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई गई है।
इससे पहले जून में भारतीय स्टार्टअप की ओर से 1.93 अरब डॉलर की फंडिंग जुटाई गई थी। इसकी वजह बड़े स्टार्टअप जेप्टो द्वारा 665 मिलियन डॉलर की फंडिंग एक बार में जुटाना था।
2024 के पहले सात महीनों में भारतीय स्टार्टअप की ओर से कुल 8 अरब डॉलर की फंडिंग जुटाई जा चुकी है। 2023 में पूरे वर्ष के लिए यह आंकड़ा 11 अरब डॉलर और 2021 एवं 2022 में यह आंकड़ा 38 अरब डॉलर और 25 अरब डॉलर पर था।
--आईएएनएस
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