नई दिल्ली, 5 सितम्बर (आईएएनएस)। भारतपे के पूर्व सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर ने सोमवार को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के नए डिजिटल ऋण दिशानिर्देशों की आलोचना करते हुए मानदंडों को डिजिटल भारत में सबसे खराब चीज बताया।ट्विटर पर लेते हुए, ग्रोवर ने कहा कि नए डिजिटल ऋण मानदंड फिनटेक को उधार देने से हतोत्साहित करेंगे।
तीसरा स्टार्टअप शुरू करने जा रहे ग्रोवर ने अपनी पत्नी माधुरी जैन ग्रोवर के साथ मिलकर थर्ड यूनिकॉर्न प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक नई कंपनी बनाई है। उन्होंने कहा, अगर यूपीआई दुनिया में सबसे अच्छा तकनीकी/नियामक नवाचार है, तो आरबीआई के डिजिटल ऋण दिशानिर्देश सबसे खराब होने चाहिए।
डिजिटल उधार पर आरबीआई के हालिया दिशानिर्देशों का उद्देश्य एक मजबूत ढांचा तैयार करना है जो ग्राहकों के हितों की रक्षा करता है।
इसके कारण फिनटेक ऋणदाताओं ने देश में अपनी सेवाओं को निलंबित कर दिया है।
पिछले महीने, यूनी ने हाल ही में आरबीआई की अधिसूचना के अनुरूप अपने उत्पादों पर कार्ड सेवाओं को निलंबित कर दिया था।
स्टार्टअप ने कहा कि वह यूनी पे 1/3 कार्ड और यूनी पे 1/2 कार्ड सेवाओं को सक्रिय रूप से निलंबित कर रहा है, जो लाखों उपयोगकर्ताओं को प्रभावित करेगा।
--आईएएनएस
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