हैदराबाद, 10 नवंबर (आईएएनएस)। अरबिंदो फार्मा ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि दिल्ली सरकार की अब खत्म हो चुकी शराब नीति में कथित अनियमितताओं की मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा उसके निदेशक पी. सरथ चंद्र रेड्डी की गिरफ्तारी का कंपनी के संचालन से कोई लेना-देना नहीं है।ईडी द्वारा रेड्डी की गिरफ्तारी की घोषणा के कुछ घंटे बाद हैदराबाद स्थित कंपनी ने एक बयान जारी किया कि गिरफ्तारी का अरबिंदो फार्मा लिमिटेड या उसकी सहायक कंपनियों के संचालन से कोई लेना-देना नहीं है।
वैश्विक स्तर पर जेनेरिक दवाओं के बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी अरबिंदो फार्मा द्वारा जारी संक्षिप्त बयान में कहा गया है, कंपनी को आगे पता चला कि श्री पी. सरथ चंद्र रेड्डी, कंपनी के पूर्णकालिक निदेशक/प्रमोटर समूह की गिरफ्तारी किसी भी तरह से अरबिंदो फार्मा लिमिटेड या उसकी सहायक कंपनियों के संचालन से जुड़ी नहीं है।
सरथ रेड्डी के अलावा, ईडी ने बेनॉय बाबू, महाप्रबंधक, इंटरनेशनल ब्रांड्स, पेरनोड रिकार्ड को भी गिरफ्तार किया, जो प्रीमियम शराब ब्रांडों की मार्केटिंग करता है।
ईडी ने शरत रेड्डी और बिनॉय बाबू दोनों को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया। अदालत ने ईडी को मामले में आगे की पूछताछ के लिए आरोपियों को सात दिनों के लिए अपनी हिरासत में रखने की अनुमति दी।
सरथ रेड्डी कथित तौर पर लाइसेंसों के काटेर्लाइजेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे और पूरी शराब लाइसेंसिंग प्रक्रिया में कथित रिश्वत लेने में भूमिका निभाते थे।
बिनॉय बाबू कथित रूप से गुटबंदी प्रक्रिया का हिस्सा थे। उसने कथित तौर पर 31 में से 29 लाइसेंस खुदरा विक्रेताओं को दिए थे।
--आईएएनएस
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