मुंबई, 28 नवंबर (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजारों में सोमवार को तेजी के साथ बीएसई का सेंसेक्स और एनएसई का निफ्टी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया।बीएसई का सेंसेक्स सोमवार को 62,016.35 अंक पर खुलने के बाद 62,701.40 की रिकॉर्ड ऊंचाई को छू गया और दिन के दौरान 61,959.74 अंक के निचले स्तर को छू गया।
62,000 अंक से नीचे आने के बाद, सेंसेक्स फिर से उस मील के पत्थर को पार करने के लिए ऊपर चढ़ा और बाद में नीचे गिर गया।
अंत में सेंसेक्स पिछले बंद 62,293.64 के मुकाबले 211.16 अंकों की तेजी के साथ 62,504.80 पर बंद हुआ।
बीएसई के अनुसार, सेंसेक्स का पहले का सर्वकालिक उच्च स्तर 62,245.43 था, जो 19.10.2021 को था।
एनएसई पर निफ्टी पहले 18,512.75 अंक पर बंद होने के बाद 18,430.55 अंक पर खुला।
फिर निफ्टी 18,614.25 अंक तक चढ़ा और 18,365.60 अंक के निचले स्तर को छुआ और अंत में 18,562.75 अंक पर बंद हुआ।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड में ब्रोकिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन के एमडी और सीईओ, अजय मेनन ने कहा, पिछले दो महीने में 10 फीसदी से ज्यादा की हालिया तेजी के बाद निफ्टी आज अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। मजबूत घरेलू मैक्रोज, मजबूत आय वृद्धि और तेल की कीमतों में तेज गिरावट भारतीय इक्विटी के लिए एक बड़ा सकारात्मक है। वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही के लिए निफ्टी कंपनियों की विकास दर सपाट रहने की उम्मीदों की तुलना में 9 फीसदी बढ़ी। वैश्विक वस्तुओं को छोड़कर, विकास 33 प्रतिशत पर मजबूत रहा।
उन्होंने कहा, आगे भी हम उम्मीद करते हैं कि अगले दो वर्षो में निफ्टी की कमाई 17 फीसदी सीएजीआर की उम्मीद के साथ मजबूत रहेगी। तेल की कीमतों में 15 प्रतिशत की गिरावट आई है और यह गिरकर 80 अरब डॉलर से ऊपर आ गई है, जो हमारी तेल आयात पर निर्भर अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक है। यहां तक कि थोक और खुदरा महंगाई भी ठंडी पड़ गई है और इसके चरम पर पहुंचने के संकेत मिल रहे हैं।
इसके अलावा पिछले कुछ महीनों में बैंक क्रेडिट बढ़ना जारी है और दूसरी छमाही से कैपेक्स में पिकअप के साथ इस प्रवृत्ति को जारी रखने की उम्मीद है। भारत एक बड़े कैपेक्स अपसाइकल में प्रवेश कर रहा है जो समग्र रूप से अर्थव्यवस्था को एक लेग-अप प्रदान करेगा।
कोटक महिंद्रा (NS:KTKM) एसेट मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध निदेशक नीलेश शाह ने कहा, सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के प्रवाह की बदौलत बाजार अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। निवेशकों को अपने एसेट एलोकेशन और एसआईपी निवेश को लॉन्ग टर्म आउटलुक के साथ बनाए रखना चाहिए। नियर टर्म वोलैटिलिटी को निवेशकों को अपने एसेट एलोकेशन को फॉलो करने से नहीं रोकना चाहिए।
--आईएएनएस
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