नई दिल्ली, 9 जनवरी (आईएएनएस)। गूगल ने घरेलू एग्रीटेक स्टार्टअप क्रोपिन को 113 करोड़ रुपये फंड दिया है, जिसमें जेएसआर कॉरपोरेशन और मौजूदा निवेशकों एबीसी इम्पैक्ट और चिरेटे वेंचर्स की भागीदारी भी देखी गई है।वैश्विक कृषि क्षेत्र में डिजिटाइजेशन और प्रेडिक्टिव इंटेलिजेंस की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए यह फंड कंपनी के इंटेलिजेंट एग्रीकल्चर क्लाउड प्लेटफॉर्म क्रोपिन क्लाउड के विस्तार में मदद करेगा।
क्रोपिन के सह-संस्थापक और सीईओ कृष्ण कुमार ने कहा, खेतों और फसल को पता लगाने योग्य, पूर्वानुमेय और टिकाऊ बनाकर, क्रोपिन का उद्देश्य भोजन उगाने के तरीके को बदलना है। हम गूगल जैसे वैश्विक प्रौद्योगिकी नवप्रवर्तकों के साथ साझेदारी करने के लिए उत्साहित हैं, जो हमारी क्षमताओं को और अधिक मान्य करता है और वैश्विक कृषि के डिजिटलीकरण में एक लीडर के रूप में हमारी स्थिति को मजबूत करता है।
पिछले साल सितंबर में लॉन्च किया गया क्रोपिन क्लाउड कृषि के डिजिटल परिवर्तन में एक अग्रणी मंच बन गया है।
इस फंडिंग राउंड के समर्थन से, क्रोपिन अपने गो-टू-मार्केट प्रयासों में और निवेश करने में सक्षम होगा और प्लेटफॉर्म की क्षमताओं का विस्तार करेगा, जिसमें क्रोपिन एआई लैब्स के माध्यम से अगली पीढ़ी के पूर्वानुमानित खुफिया समाधान विकसित करना शामिल है।
चिरेटे वेंचर्स इंडिया एडवाइजर्स के संस्थापक और अध्यक्ष, सुधीर सेठी ने कहा, क्रोपिन अपने क्लाउड-आधारित, सास बिजनेस मॉडल के साथ वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ी एग्रीटेक कंपनी बनने की ओर अग्रसर है। यह निवेश उनके विकास में हमारे मजबूत विश्वास को रेखांकित करता है।
क्रोपिन एआई लैब्स का लक्ष्य दुनिया की खेती योग्य भूमि के प्रत्येक एकड़ में भविष्य कहनेवाला बुद्धिमत्ता लाना है।
इसके अलावा, क्रोपिन की योजना नए क्षेत्रों और उद्योगों में अपनी व्यावसायिक उपस्थिति का विस्तार करने की है, जो स्थायी कृषि प्रथाओं को बढ़ावा देने और बड़े पैमाने पर वैश्विक खाद्य सुरक्षा चुनौतियों का समाधान करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
क्रोपिन ने 250 से अधिक बी2बी ग्राहकों के साथ साझेदारी की है और 7 मिलियन से अधिक किसानों को लाभान्वित करते हुए 16 मिलियन एकड़ कृषि भूमि का डिजिटलीकरण किया है।
स्टार्टअप ने कहा कि क्रोपिन क्लाउड का इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म पहले ही दुनिया भर में 200 मिलियन एकड़ से अधिक कृषि भूमि के लिए पूवार्नुमानित खुफिया जानकारी प्रदान कर चुका है।
--आईएएनएस
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