अहमदाबाद, 1 फरवरी (आईएएनएस)। इंडस्ट्री और कॉमर्स के विभिन्न चैम्बर्स ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के 2023-24 के बजट ने एमएसएमई क्षेत्र को बहुत आवश्यक ऑक्सीजन प्रदान की है जो कोविड संकट से बुरी तरह प्रभावित था। उन्होंने आशा व्यक्त की कि वित्त मंत्री द्वारा की गई घोषणाओं से इस क्षेत्र को लाभ मिलेगा। वडोदरा चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष हिमांशु पटेल ने बजट का स्वागत करते हुए कहा, वित्त मंत्री द्वारा एमएसएमई के लिए बहुत जरूरी बूस्टर डोज दिया गया है, टैक्स स्लैब निश्चित रूप से सेक्टर को फ्लोटिंग बनाए रखेगा। एमएसएमई को साल 2020 में एक बड़ा झटका लगा है।
सीआईआई के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष दर्शन शाह ने कहा, बजट में एमएसएमई सेक्टर के लिए कई योजनाओं, फंड आवंटन और विभिन्न योजनाओं की घोषणा की गई है। यह इस क्षेत्र को वापस उछाल देने में मदद करेगा जो रोजगार पैदा करने में प्रमुख भूमिका निभाएगा। हल्का असंतोष भी है, एमएसएमई के विभिन्न उद्योग जीएसटी दरों में कमी की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन यह अछूता रहा है।
साउथ गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के पूर्व अध्यक्ष आशीष गुजराती को लगता है कि यह बजट घरेलू उद्योग को बढ़ावा देने वाला है। सरकार पूंजी परियोजनाओं में 10 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है। हरित ऊर्जा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है जिससे कार्बन फुटप्रिंट और प्रदूषण में कमी आएगी।
प्रधानमंत्री आवास योजना औद्योगिक शहरों में प्रवासी श्रमिकों को आश्रय प्रदान करेगी। इनकम टैक्स में छूट से लोगों के हाथ में ज्यादा पैसा आएगा, जिससे परचेजिंग पावर के साथ-साथ रिटेल इनवेस्टमेंट भी बढ़ेगा।
--आईएएनएस
एफजेड/एसकेपी