नई दिल्ली, 31 अगस्त (आईएएनएस)। चालू वित्तवर्ष की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 7.8 फीसदी रही, जो कि पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में तेज गिरावट है, जब यह 13.1 फीसदी थी। सरकार ने गुरुवार को कहा कि भारत की कई अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में विकास बेहतर है।मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन ने जीडीपी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "भारत की तिमाही जीडीपी वृद्धि कई अन्य अर्थव्यवस्थाओं से अधिक है। सरकार और आरबीआई अपने 2023-24 जीडीपी वृद्धि अनुमान 6.5 प्रतिशत पर कायम रखने में सहज हैं।"
उन्होंने कहा, "यह जानना अच्छा है कि राज्य भी पूंजीगत व्यय सृजन में शामिल हो रहे हैं, जिसका केंद्र सरकार पिछले कुछ समय से समर्थन कर रही है।"
नागेश्वरन ने कहा कि निजी पूंजी निर्माण वास्तव में शुरू हो गया है।
उन्होंने कहा, "कुल मिलाकर, मुद्रास्फीति के नियंत्रण से बाहर होने को लेकर चिंता का कोई वास्तविक कारण नहीं है।"
नागेश्वरन ने कहा, "यात्री हवाई यातायात अब केवल शहरी मांग का संकेतक नहीं है, बल्कि समग्र राष्ट्रीय मांग का संकेतक है।"
मुख्य अर्थशास्त्री ने बताया कि आने वाली तिमाहियों और वर्षों में निर्माण क्षेत्र का विस्तार जारी रहेगा।
भारत के अप्रैल-जून में निर्माण क्षेत्र की वृद्धि 7.9 प्रतिशत रही, जबकि जनवरी-मार्च में 10.4 प्रतिशत और अप्रैल-जून 2022 में 16 प्रतिशत थी।
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