मुंबई - भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने फिनटेक कंपनियों के संचालन और नवाचारों पर व्यापक डेटा इकट्ठा करने के लिए डिज़ाइन की गई फिनटेक रिपॉजिटरी पहल की स्थापना की घोषणा की है। यह पहल विकासात्मक और विनियामक नीतियों पर केंद्रीय बैंक के वक्तव्य का हिस्सा है, जिसे आज जारी किया गया।
गवर्नर शक्तिकांत दास ने पारंपरिक वित्तीय संस्थानों और फिनटेक फर्मों के बीच साझेदारी सहित वित्तीय प्रौद्योगिकी के विकसित परिदृश्य की बारीकी से निगरानी करने के लिए RBI की योजनाओं का अनावरण किया। केंद्रीय बैंक वित्तीय क्षेत्र पर डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी (DLT) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस/मशीन लर्निंग (AI/ML) जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों के प्रभाव को समझने का इच्छुक है।
रिपॉजिटरी, जो अप्रैल 2024 तक चालू होने वाली है, का प्रबंधन रिज़र्व बैंक इनोवेशन हब के माध्यम से किया जाएगा। इसका उद्देश्य फिनटेक संस्थाओं से स्वैच्छिक जानकारी साझा करने को प्रोत्साहित करना है, जो नियामक नीतियों को आकार देने और क्षेत्र के भीतर सर्वोत्तम प्रथाओं को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। RBI का मानना है कि यह सक्रिय दृष्टिकोण नवाचार को बढ़ावा देने और वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने के बीच संतुलन बनाए रखने में मदद करेगा।
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