💎 किसी भी बाजार में छिपे अंडरवैल्यूड स्टॉक्स का खुलासा करेंशुरू करें

लेंडिंग रेट में कोई बदलाव नहीं, आरबीआई का ग्रोथ पर फोकस

प्रकाशित 06/10/2023, 06:57 pm
© Reuters.  लेंडिंग रेट में कोई बदलाव नहीं, आरबीआई का ग्रोथ पर फोकस

मुंबई, 6 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को लगातार चौथी पॉलिसी मीटिंग में विकास पर फोकस करते हुए प्रमुख लेंडिंग रेट को बरकरार रखा, जबकि मुद्रास्फीति फिलहाल इसके टारगेट से ऊपर है।आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, "एमपीसी (मौद्रिक नीति समिति) ने रेपो दर - जिस दर पर केंद्रीय बैंक दूसरे बैंकों को लोन देता है - को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखने के लिए सर्वसम्मति से मतदान किया।"

एमपीसी ने यह भी निर्णय लिया कि स्टैंडिंग डिपोजिट फैसेलिटी (एसडीएफ) और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसेलिटी (एमएसएफ) दरों को भी क्रमशः 6.25 प्रतिशत और 6.75 प्रतिशत पर छोड़ दिया गया है।

दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "दुनिया भर में मुद्रास्फीति कम हो रही है, लेकिन कई प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के टारगेट से ऊपर है। सॉवरेन बांड की यील्ड बढ़ी है, अमेरिकी डॉलर मजबूत हुआ है और इक्विटी बाजार में सुधार हुआ है।"

साथ ही गवर्नर दास ने कहा, 'मुद्रास्फीति को 4 प्रतिशत पर लाने की कोशिश हो रही है।''

अगस्त में वार्षिक खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 6.83 प्रतिशत हो गई, जो जुलाई में 15 महीने के उच्चतम स्तर 7.44 प्रतिशत थी, लेकिन केंद्रीय बैंक के 2 - 6 प्रतिशत के टारगेट से काफी ऊपर।

अनियमित मानसून के कारण सब्जियों, अनाजों और फलों का उत्पादन प्रभावित हुआ है जिससे खाद्य पदार्थों की कीमतों में तेज वृद्धि हुई है। वैश्विक तेल की कीमतें भी बढ़ रही हैं जिससे मुद्रास्फीति में और वृद्धि हुई है।

सकल घरेलू उत्पाद यानि जीडीपी पर 2023-24 के लिए एमपीसी के पूर्वानुमान को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है।

दो महीने में एक बार आने वाली मौद्रिक नीति का पूरा फोकस मुद्रास्फीति से लड़ाई पर था। अक्टूबर एमपीसी के फैसले में, दास ने कहा कि 2023-24 के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति का पूर्वानुमान 5.4 प्रतिशत है।

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि तीसरी तिमाही के दौरान, खाद्य मुद्रास्फीति का दबाव बदलता नहीं दिख रहा है, जबकि कोर सीपीआई जनवरी में अपने पहले शिखर से 140 आधार अंक कम हो गया है।

पिछले महीने की तुलना में सब्जियों की कीमतें कम होने से अगस्त में खुदरा मुद्रास्फीति गिरकर 6.83 प्रतिशत हो गई, लेकिन यह अभी भी आरबीआई के 2-6 प्रतिशत के बैंड से ऊपर है।

--आईएएनएस

एसकेपी

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित