नई दिल्ली, 22 नवंबर (आईएएनएस)। प्यू रिसर्च सेंटर के अनुसार लगभग 725,000 की संख्या में भारतीय मेक्सिको और अल साल्वाडोर के बाद अमेरिका में अवैध अप्रवासियों की तीसरी सबसे बड़ी आबादी हैं।शोध में कहा गया है कि 2021 तक, देश के 10.5 मिलियन अनधिकृत अप्रवासी कुल अमेरिकी आबादी का लगभग तीन प्रतिशत और विदेश में जन्मी आबादी का 22 प्रतिशत प्रतिनिधित्व करते हैं।
2021 में देश के 39 प्रतिशत अनधिकृत आप्रवासियों की संख्या मेक्सिको से थी, जिनकी संख्या लगभग 4.1 मिलियन थी, उसके बाद अल साल्वाडोर (800,000) भारत (725,000) और ग्वाटेमाला (700,000) थे।
जबकि 2017 से 2021 तक मेक्सिको से संख्या में 900,000 की गिरावट आई, उसी समय अन्य देशों से अवैध अप्रवासियों की संख्या तेजी से बढ़ी। 2021 में, यह जनसंख्या 6.4 मिलियन थी, जो 2017 से 900,000 अधिक है।
भारत, ब्राज़ील, कनाडा और पूर्व सोवियत संघ के सभी देशों ने 2017 से 2021 तक विकास का अनुभव किया।
अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा के नए आंकड़ों के अनुसार, अभूतपूर्व संख्या में बिना दस्तावेज वाले भारतीय अप्रवासी पैदल ही अमेरिकी सीमा पार कर रहे हैं।
अक्टूबर 2022 से सितंबर 2023 तक, 96,917 भारतीयों को बिना कागजात के अमेरिका में प्रवेश करने के कारण पकड़ा गया।
जब से कोविड के बाद सीमाएं खुलीं, अमेरिका में बिना दस्तावेज वाले भारतीयों की संख्या बढ़ गई, वित्तीय वर्ष 2021 में 30,662 और वित्तीय वर्ष 2022 में 63,927 का सामना करना पड़ा।
इस वर्ष लगभग 97,000 मुठभेड़ों में से 30,010 कनाडाई सीमा पर और 41,770 दक्षिणी सीमा पर थीं।
प्यू शोध में यह भी पाया गया कि कुल मिलाकर, 2021 में लगभग 7.8 मिलियन अवैध अप्रवासी अमेरिकी श्रम बल में थे।
अमेरिकी राज्यों में केवल फ्लोरिडा और वाशिंगटन में अनधिकृत अप्रवासी आबादी में वृद्धि देखी गई, जबकि कैलिफोर्निया और नेवादा में कमी देखी गई।
इस बीच वैध अप्रवासी जनसंख्या में 29 प्रतिशत की वृद्धि के साथ आठ मिलियन से अधिक की वृद्धि हुई और 2021 में प्राकृतिक रूप से अमेरिकी नागरिकों की संख्या में 49 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
--आईएएनएस
एमकेएस/सीबीटी