तेल अवीव, 2 मार्च (आईएएनएस)। इजराइल और हमास के बीच जारी युद्धविराम वार्ता में गतिरोध आ गया है। अब इजराइल ने कहा है कि जब तक उसे हमास द्वारा अपहृत जीवित बंधकों की सूची नहीं मिल जाती, तब तक वह वार्ता में भाग नहीं लेगा।
इजराइली प्रधान मंत्री के कार्यालय ने आईएएनएस को बताया कि यह संदेश इजराइल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की अध्यक्षता में युद्ध मंत्रिमंडल की एक बैठक के बाद वार्ताकारों को बताया गया।
इजराइल की खुफिया एजेंसी व सैन्य खुफिया एजेंसी, मोसाद और शिन बेट ने खुलासा किया है कि 7 अक्टूबर, 2023 से हमास की हिरासत में मौजूद 134 बंधकों में से 31 की मौत हो चुकी है।
अमेरिका, कतर और मिस्र समेत अंतरराष्ट्रीय वार्ताकार चार मार्च तक संघर्ष विराम की उम्मीद कर रहे थे। लेकिन, इजराइली सरकार के फैसले से वार्ता में बाधा उत्पन्न हो गई है।
इज़राइल और हमास छह सप्ताह के लिए युद्धविराम और 40 इज़राइली बंधकों की रिहाई पर लगभग सहमत हो गए थे।
इजराइली जेलों में बंद करीब 400 फिलिस्तीनियों को भी रिहा किया जाना है।
उधर, इज़राइल ने जोर दिया था कि सामूहिक हत्याओं की साजिश रचने और उन्हें अंजाम देने सहित गंभीर अपराधों के आरोपियों को रिहा नहीं किया जाएगा।
एक सप्ताह पहले पेरिस और काहिरा में आयोजित शांति वार्ता में मोसाद प्रमुख डेविड बार्निया, शिन बेट प्रमुख रोनेन बार, अमेरिका की एजेंसी सीआईए के प्रमुख विलियम बर्न्स, कतर के प्रधान मंत्री शेख मोहम्मद बिन अल थानी और मिस्र के ख़ुफ़िया प्रमुख, मेजर जनरल अब्बास कलीम ने भाग लिया।
दोहा में शनिवार और रविवार को बातचीत होनी थी, लेकिन इज़राइली प्रतिनिधियों ने सूचित किया है कि जब तक जीवित बंधकों के नामों की सूची नहीं सौंपी जाती, तब तक वे इसमें भाग नहीं लेंगे।
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