बीजिंग, 17 अगस्त (आईएएनएस)। चीन ने अमेरिका और ब्रिटेन सहित कई देशों के लिए समूह दौरों पर से प्रतिबंध हटा दिया है, लेकिन कनाडा को इस सूची से बाहर कर दिया है। यह ओटावा द्वारा हाल ही में बीजिंग पर अपनी आंतरिक राजनीति में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाने के बाद संबंधों में गिरावट का संकेत देता है।मीडिया ने गुरुवार को यह खबर दी
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने पिछले हफ्ते समूह पर्यटन के लिए अनुमोदित स्थलों की अपनी सूची में अमेरिका, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया जैसे 78 देशों को जोड़ा, लेकिन इससे कनाडा को बाहर रखा।सूची में वर्तमान में 138 देश हैं।
एक बयान में, ओटावा में चीन के दूतावास ने कहा कि वह इस बात को लेकर चिंतित है कि "कनाडा ने तथाकथित 'चीनी हस्तक्षेप' को बार-बार प्रचारित किया है।"
बयान में कहा गया है कि बीजिंग का ध्यान "विदेशी चीनी नागरिकों की सुरक्षा और वैध अधिकारों की रक्षा" पर है और वह चाहता है कि वे सुरक्षित और मैत्रीपूर्ण वातावरण में यात्रा कर सकें।
चीन के ताजा कदम से कनाडा के पर्यटन उद्योग पर खासा असर पड़ सकता है।
डेस्टिनेशन कनाडा, जो देश में पर्यटन को बढ़ावा देता है, ने ब्रॉडकास्टर सीबीसी को बताया कि चीन एशिया-प्रशांत क्षेत्र से पर्यटकों के आगमन का सबसे बड़ा स्रोत है।
यह यूके के बाद इसका दूसरा सबसे बड़ा बाजार भी है।
अनुमान है कि कोविड महामारी से पहले के वर्षों में चीनी पर्यटकों ने कनाडाई अर्थव्यवस्था में सालाना 1 बिलियन कनाडाई डॉलर से अधिक का योगदान दिया था।
2018 में सात लाख से अधिक चीनी पर्यटकों ने कनाडा की यात्रा की। प्रत्येक आगंतुक ने औसतन 2,600 कनाडाई डाॅलर खर्च किए।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, चीन से कनाडा तक समूह यात्राओं को पहली बार 2010 में मंजूरी दी गई थी और इससे दोनों देशों के बीच हवाई यात्रा और पर्यटन को बढ़ावा मिला।
गौरतलब है कि घरेलू खुफिया एजेंसियों की रिपोर्टों के कनाडाई मीडिया में लीक होने के बाद इस साल की शुरुआत में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध बिगड़ गए। इसमें आरोप लगाया गया कि चीन ने हाल के संघीय चुनावों में हस्तक्षेप किया था।
कनाडा ने बीजिंग पर संसद के कंजर्वेटिव सदस्य माइकल चोंग को डराने की कोशिश करने और लोकप्रिय चीनी मैसेजिंग ऐप वीचैट पर उनके खिलाफ दुष्प्रचार अभियान चलाने का भी आरोप लगाया ।
चीनी राजनयिक झाओ वेई को कुछ आरोपों को लेकर मई में कनाडा से निष्कासित कर दिया गया था।
2018 में, दोनो देशों के द्विपक्षीय संबंधों को तब झटका लगा, जब अमेरिका के अनुरोध पर हुआवेई के कार्यकारी मेंग वानझोउ को कनाडा में हिरासत में लिया गया।
कुछ ही समय बाद चीन में दो कनाडाई लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।
--आईएएनएस
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