न्यूयॉर्क, 14 सितम्बर (आईएएनएस)। भारतीय मूल के रूममेट की चाकू मारकर हत्या करने के आरोप में पर्ड्यू विश्वविद्यालय का एक छात्र मुकदमा चलाने के लिए फिट पाया गया है। यह हत्या का मामला पिछले साल अक्टूबर का है। दक्षिण कोरिया के 22 वर्षीय जी मिन शा ने पर्ड्यू विश्वविद्यालय के वेस्ट लाफायेट परिसर की पहली मंजिल के मैककचियन हॉल के कमरे में डेटा साइंस के 20 वर्षीय छात्र वरुण मनीष की चाकू घोंपकर हत्या कर दी थी।
डब्ल्यूआरटीवी समाचार चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, टिप्पेकेनो सर्किट कोर्ट के न्यायाधीश सीन एम. पर्सिन ने मंगलवार को दायर एक आदेश में कहा, लोगानस्पोर्ट स्टेट हॉस्पिटल ने निर्धारित किया कि शा ने "कार्यवाही को समझने और अपने बचाव की तैयारी में सहायता करने की क्षमता हासिल कर ली है"।
न्यायाधीश पर्सिन ने टिप्पेकेनो काउंटी शेरिफ कार्यालय को शा और उसके सामान को "जल्द से जल्द सुविधानुसार" वापस टिप्पेकेनो काउंटी जेल ले जाने का आदेश दिया।
शा हत्या के आरोप में 29 सितंबर को पर्सिन की अदालत में उपस्थित होने वाला है। शा को अप्रैल में पर्सिन द्वारा मुकदमा चलाने में अक्षम पाया गया था। चिकित्सकों ने अप्रैल में उसके लिए 90 दिनों के उपचार की सिफारिश की थी।
अदालत के रिकॉर्ड के अनुसार शा ने अपनी गिरफ्तारी के बाद पुलिस को बताया था कि "वह बड़े पैमाने पर अंतरराष्ट्रीय जासूसी में शामिल है और पूर्व सीआईए ऑपरेटिव है"।
अभियोजकों ने आरोप लगाया कि शा ने छात्र के सिर और गर्दन पर फोल्डिंग चाकू से कई बार वार किया, जो अधिकारियों को कुर्सी के पास फर्श पर मिला, जहां पीड़ित का शव मिला था।
हत्या का दोषी पाए जाने पर शा को 45 से 65 साल तक की जेल हो सकती है।
--आईएएनएस
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