iGrain India - तिरुअनन्तपुरम । मौसम विभाग का कहना है कि पूर्वी वायु तरंग से बारिश के एक नए दौर की शुरुआत आज यानी 14 नवम्बर 2023 से दक्षिणी प्रायद्वीप के राज्यों में हो सकती है। उत्तर-पूर्व मानसून एवं बंगाल की खाड़ी तथा अरब सागर की हलचल की वजह से दक्षिणी राज्यों में इससे पहले भी वर्षा हो चुकी है। बंगाल की खाड़ी से वर्षा से लदी हवा काफी सघन एवं मजबूत होकर पूर्वी / उत्तर-पूर्वी दिशा में प्रवाहित हो रही है जिससे 18 नवम्बर तक लक्ष्यद्वीप केरल, माही, तमिलनाडु, पांडीचेरी एवं कराईकल में दूर-दूर तक सामान्य या भारी वर्षा हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार इस हवा के प्रभाव से कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, तटीय आंध्र प्रदेश, यानम एवं कर्नाटक में भी कहीं-कहीं वर्षा होने की संभावना है। उधर पूर्वी-मध्यवर्ती अरब सागर के ऊपर कम दाब का क्षेत्र बन रहा है मगर दक्षिणी भारत में वर्षा के मौजूदा दौर को कमजोर करने की उसकी क्षमता घट गई है। मौसम विभाग ने शीघ्र ही बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक नई सक्रियता आरंभ होने का संकेत दिया है जिससे आगामी दिनों में दक्षिणी राज्यों में और बारिश होने की उम्मीद है।
पश्चिमोत्तर भारत के ऊपर ट्रफ के रूप में एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ वर्तमान समय में मध्यवर्ती पाकिस्तान के ऊपर देखा जा रहा है मगर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन के निर्माण की इसकी क्षमता घट गई है। अरब सागर से नमी युक्त हवा का प्रवाह पश्चिमोत्तर भारत की ओर हो सकता है। इससे पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी तथा मैदानी इलाकों में वर्षा होने की संभावना है जिससे रबी फसलों की बिजाई में काफी सहायत मिलेगी।