iGrain India - मुम्बई । एक अग्रणी उद्योग संस्था- सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिशन ऑफ इंडिया (सी) द्वारा संकलित आंकड़ों से पता चलता है कि हाल ही में समाप्त हुए 2022-23 के मार्केटिंग सीजन (नवम्बर-अक्टूबर) के दौरान देश में खाद्य तेलों का कुल आयात तेजी से बढ़कर 164.70 लाख टन के सर्वकालीन सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया जिसका मूल्य 1,38,424 करोड़ रुपए या 16.65 अरब डॉलर रहा।
इससे पूर्व 2021-22 के सीजन में 1,56,800 करोड़ रुपए या 19.60 अरब डॉलर मूल्य के 140.30 लाख टन तथा 2020-21 के सीजन में 1.17, 225 करोड़ रुपए या 15.60 अरब डॉलर मूल्य के 131.30 लाख टन खाद्य तेल आयात किया गया था।
मालूम हो कि 2021-22 सीजन के दौरान खाद्य तेलों का वैश्विक बाजार भाव उछलकर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था इसलिए उस पर ज्यादा धनराशि खर्च हुई थी।
'सी' की रिपोर्ट के अनुसार 1 नवम्बर 2023 को आयातित खाद्य तेलों का कुल स्टॉक 33 लाख टन दर्ज किया गया। अगस्त से ही यह स्टॉक 30 लाख टन से ऊपर बना हुआ है।
दिलस्चप तथ्य यह है कि अक्टूबर 2023 में खाद्य तेलों का कुल आयात घटकर 9.97 लाख टन पर सिमट गया जो सितम्बर के आयात 14.94 लाख टन तथा अक्टूबर 2022 के आयात 13.66 लाख टन से काफी कम रहा। 2022-23 के मार्केटिंग सीजन में नवम्बर-जनवरी के दौरान 47.46 लाख टन, फरवरी अप्रैल के दौरान 32.56 लाख टन, मई-जुलाई के दौरान 41.21 लाख टन तथा अगस्त अक्टूबर तिमाही के दौरान 43.43 लाख टन खाद्य तेलों का आयात हुआ।
रिपोर्ट के मुताबिक 2022-23 सीजन के दौरान भारत में 21.07 लाख टन रिफाइंड (आरबीडी) पामोलीन, 75.88 लाख टन क्रूड पाम तेल (सीपीओ), 94 हजार टन क्रूड पाम कर्नेल तेल (सीपीकेओ), 36.76 लाख टन सोयाबीन तेल तथा 30.01 लाख टन सूरजमुखी तेल का आयात किया गया। इस तरह समीक्षाधीन अवधि में 21.07 लाख टन रिफाइंड खाद्य तेल तथा 143.59 लाख टन क्रूड खाद्य तेल मंगाया गया। पाम तेल का कुल आयात 97.89 लाख टन पर पहुंचा।