iGrain India - अनन्तपुर । हालांकि समुद्री चक्रवाती तूफान- मिचौंग के कारण आंध्र प्रदेश के सात-आठ तटवर्ती जिलों में पिछले दिनों काफी अच्छी वर्षा हुई लेकिन रॉयल सीमा संभाग के दो जिलों- अनन्तपुर एवं कुर्नूल में सूखे का गंभीर संकट बरकरार है।
उत्तर-पूर्व मानसून सीजन के दौरान वहां भारी वर्षा होने की उम्मीद थी लेकिन इस मानसून ने भी उन दोनों जिलों से किनारा कर लिया। भयंकर सूखे की वजह से अनन्तपुर एवं कुर्नूल जिलों में खेतों की मिटटी में नमी का अंश समाप्त हो गया है और उसमें दरारे पड़ने लगी हैं।
अनन्तपुर जिले में सामान्य स्तर से करीब 30 प्रतिशत कम बारिश हुई है। कुर्नूल में भी पानी का भारी अभाव देखा जा रहा है जिससे 2 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में फसलें प्रभावित हुई हैं। रॉयल सीमा में पहले से दो जिले शामिल थे मगर अब वहां चार जिले हो गए हैं।
किसानों को अब इनपुट सब्सिडी एवं फसल बीमा का ही सहारा है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार दिसम्बर के शुरुआती 10 दिनों के दौरान अनन्तपुर जिले में औसतन महज 1.1 मि०मी० बारिश हुई। इसी तरह श्री सत्य साईं जिले में औसतन 4.7 मि०मी० वर्षा दर्ज की गई।
इन दोनों जिलों के कई मंडलों में इस अवधि के दौरान बारिश बिल्कुल नहीं हुई। अनन्तपुर जिले में 1 जून से 12 दिसम्बर के बीच 288.7 मि०मी० वर्षा हुई जो सामान्य औसत स्तर 453 मि०मी० से काफी कम रही।
इसके फलस्वरूप जिले के कुल 31 मंडलों में से 24 मंडलों में बारिश का भारी अभाव देखा गया। श्री सत्य साईं जिले में भी 521.50 मि०मी० के सामान्य औसत स्तर के मुकाबले केवल 360.7 मि०मी० वर्षा हुई और 31 में से 25 मंडलों में वर्षा का भारी अभाव रहा। जिले में सामान्य औसत से 30 प्रतिशत कम बारिश हुई।
खरीफ सीजन के दौरान गैर विभाजित अनन्तपुर जिले में फसलों का कुल क्षेत्रफल 8.82 लाख हेक्टेयर एकड़ पर पहुंच सका जो सामान्य औसत क्षेत्रफल 16.15 लाख एकड़ से काफी कम था।
सत्य साईं जिले में चालू रबी सीजन के दौरान मूंगफली का रकबा केवल 43 हजार एकड़ पर पहुंचा है जो सामान्य औसत क्षेत्रफल 69 हजार एकड़ से काफी पीछे है। इसी तरह चना का बिजाई क्षेत्र भी 3.04 लाख एकड़ के सापेक्ष 1.93 लाख एकड़ तक ही पहुंच सका है। भयंकर सूखे के कारण रॉयल सीमा संभाग में पशु चारे के घोर अभाव महसूस किया जा रहा है।