iGrain India - वैंकुवर । सरकारी एजेंसी-स्टैट्स कैन ने अपनी रिपोर्ट में कनाडा में वर्ष 2024 के दौरान काबुली चना का उत्पादन बढ़ने का अनुमान लगाया है। उसका कहना है कि चालू सीजन के दौरान काबुली चना का बाजार भाव ऊंचा रहने से किसानों को अच्छी आमदनी प्राप्त हो रही है इसलिए वे इसके बिजाई क्षेत्र में बढ़ोत्तरी कर सकते हैं।
वहां अप्रैल से जून 2024 के दौरान इसकी बिजाई होगी और नई फसल अगस्त-सितम्बर में तैयार होने लगेगी। बिजाई क्षेत्र के अनुमान में फिलहाल कोई बदलाव नहीं किया गया है जिससे किसानों की दुविधा बढ़ गई है।
ऑस्ट्रेलिया से भारी मात्रा में पाकिस्तान एवं संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को देसी चना का निर्यात हो रहा है जबकि वहां काबुली चना का आयात भी बड़े पैमाने पर किया जाता है। मैक्सिकों तथा भारत भी काबुली चना के महत्वपूर्ण निर्यातक देश हैं।
भारत में अभी चना की बिजाई चल रही है इसलिए उत्पादन एवं क्वालिटी का अनुमान लगाना फिलहाल जल्दबाजी होगी। ऑस्ट्रेलिया में इस बार फसल को कुछ नुकसान हुआ है। वहां मुख्यत: देसी चना का उत्पादन होता है।
ऑस्ट्रेलियाई चना का स्टॉक घटता जा रहा है इसलिए उत्तरी अमरीका महाद्वीप के देश- मैक्सिको, कनाडा एवं अमरीका इसके अगले आपूर्तिकर्ता के रूप में स्वाभाविक रूप से उभरकर सामने आ सकते हैं।
इससे इन देशों में काबुली चना के दाम में थोड़ी तेजी आ सकती है। ध्यान देने की बात है कि कनाडा में भाव अपेक्षाकृत नीचे होने के कारण वैश्विक बाजार में उसके चने का कारोबार हो रहा है और घरेलू प्रभाग में भी थोड़ी-बढ़त मांग निकल रही है।
भारत में चना के प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में मौसम की हालत कुछ हद तक सामान्य बनी हुई है इसका क्षेत्रफल गत वर्ष से पीछे चल रहा है। यदि भारत में काबुली चना का बेहतर उत्पादन हुआ और इसके निर्यात की संभावना बढ़ी तो कनाडा के लिए चुनौती बढ़ सकती है। भारत में नई फसल फरवरी-मार्च में आने लगती है।