iGrain India - अहमदाबाद । भारत से मूंगफली दाना एवं ग्वार गम का निर्यात बड़े पैमाने पर होता है। दुनिया के अनेक देश अच्छी मात्रा में इसकी खरीद करते हैं। भारत दुनिया में ग्वार का सबसे प्रमुख उत्पादक एवं ग्वार गम का सबसे बड़ा निर्यातक देश है।
इसके साथ-साथ यह मूंगफली के भी शीर्ष उत्पादक एवं निर्यातक देशों में शामिल है। भारत में मूंगफली का उत्पादन खरीफ एवं रबी- दोनों सीजन में होता है जबकि ग्वार मुख्यत: खरीफ कालीन फसल है। गुजरात में मूंगफली एवं राजस्थान में ग्वार का सर्वाधिक उत्पादन होता है।
कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि चालू वित्त वर्ष के आरंभिक सात महीनों में यानी अप्रैल-अक्टूबर 2023 के दौरान भारत से मूंगफली दाने का निर्यात बढ़कर 3.18 लाख टन पर पहुंच गया जिससे 42.40 करोड़ डॉलर की आमदनी हुई।
इसके मुकाबले अप्रैल- अक्टूबर 2022 के साथ महीनों में 2.43 लाख टन मूंगफली को निर्यात से 30.50 करोड़ डॉलर की आय प्राप्त हुई थी। इस तरह समीक्षाधीन अवधि के दौरान मूंगफली की निर्यात मात्रा में 75 हजार टन एवं निर्यात आय में 39.12 प्रतिशत की शानदार वृद्धि दर्ज की गई।
दूसरी ओर यद्यपि इस अवधि में ग्वार गम की निर्यात मात्रा 2.53 लाख टन से सुधरकर 2.56 लाख टन पर पहुंची मगर फ्री ऑन बोर्ड औसत इकाई निर्यात ऑफर मूल्य नीचे रहने से इसकी कुल निर्यात आय 39.00 करोड़ डॉलर से 18.74 प्रतिशत घटकर 31.70 करोड़ डॉलर पर अटक गई।
आमतौर पर नवम्बर-दिसम्बर में पश्चिमी देशों में ग्वार गम की अच्छी मांग रहती है। वैसे पेट्रोलियम क्षेत्र में इसका अधिक उपयोग होता है जबकि कई अन्य उद्योगों में भी इसका इस्तेमाल बढ़ने लगा है।
ग्वार का अधिकांश उत्पादन राजस्थान में होता है जबकि हरियाणा एवं गुजरात इसके दो अन्य प्रमुख उत्पादक राज्य हैं। इसी तरह उत्पादक मूंगफली का सर्वाधिक उत्पादन गुजरात में होता है जबकि राजस्थान एवं कर्नाटक इसके दो अन्य प्रमुख उत्पादक प्रान्त हैं। दक्षिण-पूर्व एवं सुदूर पूर्व एशिया के देशों में भारतीय मूंगफली की अच्छी मांग बनी रहती है।