🏃 इस ब्लैक फ्राइडे ऑफर का लाभ जल्दी उठाएँ। InvestingPro पर अभी 55% तक की छूट पाएँ!सेल को क्लेम करें

गेहूं पर भारी सब्सिडी मिलने से सहकारी एजेंसियों को आटा की बिक्री पर भारी मार्जिन

प्रकाशित 21/12/2023, 05:16 pm
गेहूं पर भारी सब्सिडी मिलने से सहकारी एजेंसियों को आटा की बिक्री पर भारी मार्जिन

iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्र सरकार ने खुले बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत गेहूं का न्यूनतम आरक्षित मूल्य (रिजर्व प्राइस) 2150 रुपए प्रति क्विंटल नियत कर रखा है लेकिन भारत ब्रांड नाम से आटा बेचने वाली सहकारी एजेंसियों को इससे 435 रुपए प्रति क्विंटल के कम दाम पर यानी 1715 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है।

नैफेड, एनसीसीएफ तथा केन्द्रीय भंडार को अब भारतीय खाद्य निगम से 1715 रुपए प्रति क्विंटल पर गेहूं खरीदने का अवसर मिल जाएगा। इस गेहूं की प्रोसेसिंग करवाकर ये एजेंसियां 'भारत' ब्रांड के आटा की बिक्री करेगी। इस आटा का दाम 27.50 रुपए प्रति किलो नियत किया गया था जबकि सब्सिडी वाले गेहूं से निर्मित आटा का मूल्य अभी निश्चित नहीं किया गया है।

जब तक इसकी घोषणा नहीं होती तब तक एजेंसियों को आटा की बिक्री पर भारी मार्जिन प्राप्त होता रहेगा। लेकिन चूंकि सरकार खाद्य महंगाई घटाने के लिए बेचैन है इसलिए भारत आटा का दाम भी जल्दी ही घटाया जा सकता है। इस सब्सिडी के कारण भारतीय खाद्य निगम को जो वित्तीय नुकसान होगा उसे मूल्य स्थिरीकरण कोष से पूरा किया जाएगा। 

खाद्य निगम को इन केन्द्रीय एजेंसियों को 1715 रुपए प्रति क्विंटल के रियायती मूल्य पर गेहूं की बिक्री सुनिश्चित करने हेतु तत्काल आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा गया है।

समझा जाता है कि इन एजेंसियों ने गेहूं से आटा के निर्माण पर मार्जिन बढ़ाने का आग्रह किया था क्योंकि गेहूं से आटा के निर्माण का प्रोसेसिंग खर्च 6 रुपए प्रति किलो बताया गया।

इस आधार पर भारत आटा का दाम कम से कम 29.50 रुपए प्रति किलो नियत होने पर ही एजेंसियों को कुछ मार्जिन मिल सकता था।

लेकिन सरक़ार आटा का दाम बढ़ाने के लिए तैयार नहीं थी इसलिए उसने गेहूं का निर्गत मूल्य (इश्यू प्राइस) घटाने का फैसला कर लिया अब इन एजेंसियों को भारत आटा की बिक्री पर बेहतर मार्जिन प्राप्त हो सकता है। 

ध्यान देने की बात है कि सरकार ने पिछले सप्ताह इन सहकारी एजेंसियों- नैफेड, एनसीसीएफ तथा केन्द्रीय भंडार को प्रत्येक माह 1.50 लाख टन भारत के आटा की बिक्री सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था लेकिन इन एजेंसियों द्वारा 86,084 टन गेहूं का उठाव किया गया और लगभग 54 हजार टन आटा की बिक्री की गई। आगे इसकी बिक्री में अच्छी बढ़ोत्तरी हो सकती है।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित