iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्र सरकार को उम्मीद है कि तुवर दाल का औसत खुदरा मूल्य फरवरी 2024 तक घटकर 130 रुपए प्रति किलो के आसपास आ सकता है जो नवम्बर 2023 में प्रचलित भाव 160 रुपए प्रति किलो से 18 प्रतिशत या 50 रुपए कम होगा।
केन्द्रीय उपभोक्ता मामले विभाग के सचिव रोहित कुमार सिंह के अनुसार तुवर की नई फसल की आवक शुरू होने से घरेलू प्रभाग में उपलब्धता बढ़ेगी जबकि मांग कुछ नरम रहेगी। इसे देखते हुए तुवर दाल का दाम फरवरी के प्रथम सप्ताह तक घटकर 130 रुपए प्रति किलो के करीब आने की आशा है। विदेशों से भी इसका आयात जारी है।
उल्लेखनीय है कि घरेलू उत्पादन में गिरावट आने से तुवर (अरहर) का भाव पिछले अनेक महीनों से काफी ऊंचे स्तर पर मौजूद है। इसे नीचे लाने के लिए सरकार की ओर से कई तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। इसका प्रभाव धीरे-धीरे दिखने लगा है।
18 दिसम्बर 2023 को अखिल भारतीय स्तर पर तुवर दाल का औसत खुदरा मूल्य कुछ गिरकर 154 रुपए प्रति किलो पर आ गया जो एक माह पूर्व 156.50 रुपए प्रति किलो चल रहा था।
सचिव महोदय के मुताबिक करीब दो सप्ताहों से तुवर दाल की कीमतों में नरमी का माहौल देखा जा रहा है। पिछले अनेक महीनों में पहली बार इसके दाम में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई।
खरीफ कालीन दलहन फसलों-उड़द एवं मांग की आवक पहले से हो रही है जबकि अब तुवर के नए माल की आपूर्ति भी शुरू हो गई है। इसके अलावा विदेशों से तुवर का आयात भी बढ़ा है। आयात के नियमों को काफी उदार बनाया गया है। तुवर की मांग में सीजन गिरावट भी देखी जा रही है।
मंडियों में दलहनों की आपूर्ति एवं उपलब्धता में बढ़ोत्तरी होने तथा कीमतों में नरमी आने का असर तुवर पर भी पड़ने लगा है जो खरीफ सीजन की सबसे प्रमुख दलहन फसल है।
मोजाम्बिक, कनाडा, रुस एवं ऑस्ट्रेलिया सहित अन्य देशों से दलहनों की खेप पहुंचने वाली है जिससे इसकी आपूर्ति में सुधार होगा। सरकार ने 8 दिसम्बर को पीली मटर का आयात भी शुल्क रहित कर दिया और इस पर लगे नियंत्रणों को वापस ले लिया। मसूर का आयात पहले से ही जोरदार ढंग से हो रहा है।
केन्द्र सरकार ने बफर स्टॉक बनाने के लिए प्रचलित बाजार मूल्य पर किसानों से तुवर खरीदना शुरू कर दिया है जिसे उस समय खुले बाजार में उतारा जाएगा जब वहां इसकी कीमतों में तेजी आएगी।
इसकी खरीद के लिए मूल्य स्थिरीकरण कोष में आवंटित धन राशि का उपयोग किया जा रहा है। जाड़े के दिनों में तुवर की नई फसल की कटाई तैयारी जोर पकड़ेगी।