iGrain India - नई दिल्ली । कमजोर उत्पादन की संभावना के बीच किसानों द्वारा स्टॉक रोके जाने से चालू खरीफ मार्केटिंग सीजन में धान की सरकारी खरीद घटकर 365.40 लाख टन रह गई है जो पिछले साल की तुलना में 13 प्रतिशत कम है। छत्तीसगढ़ एवं तेलंगाना जैसे राज्यों में न्यनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से ऊपर अतिरिक्त बोनस मिलने की उम्मीद से किसानों द्वारा धान का स्टॉक रोका जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि भाजपा ने छत्तीसगढ़ में किसानों से 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदने का वादा किया था। अब राज्य में उसकी सरकार बन गई है इसलिए किसानों को जल्दी ही यह मूल्य प्राप्त होने की उम्मीद है जो 2183 रुपए प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य से काफी ऊंचा है।
उधर तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बनी है और उसने भी धान पर अतिरिक्त बोनस देने के संकेत दिए हैं। इन दोनों राज्यों में अभी तक धान की खरीद निराशाजनक रही है।
पंजाब तथा हरियाणा में धान की अच्छी खरीद हुई है मगर अब खरीद की प्रक्रिया बंद हो चुकी है। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार चालू मार्केटिंग सीजन के दौरान पंजाब में 185.40 लाख टन तथा हरियाणा में 58.80 लाख टन धान की सरकारी खरीद हुई।
दूसरी ओर छत्तीसगढ़ में धान की खरीद पिछले साल के 52.90 लाख टन से 40 प्रतिशत लुढ़ककर इस बार 31.80 लाख टन पर सिमट गई।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार छत्तीसगढ़ के किसान सरकारी एजेंसियों द्वारा ऊंचे दमा पर धान की खरीद शुरू किये जाने का इंतजार कर रहे हैं।
राज्य में नई सरकार का गठन हो चुका है। 2022-23 सीजन के दौरान राज्य में कुल 87.50 लाख टन धान खरीदा गया था जो केन्द्र सरकार द्वारा की गई कुल राष्ट्रीय खरीद 735 लाख टन का 12 प्रतिशत था।
उधर तेलंगाना में भी धान की सकरारी खरीद गत वर्ष की तुलना में इस बार 26 प्रतिशत घटकर 35.60 लाख टन पर सिमट गई। वहां किसानों को उम्मीद है कि नई सरकार समर्थन मूल्य पर अतिरिक्त बोनस की घोषणा करेगी।
केन्द्रीय खाद्य मंत्रालय का कहना है कि धान की खरीद में आई गिरावट की भरपाई आगामी महीनों में हो जाएगी क्योंकि खरीद की प्रक्रिया मई 2024 तक जारी रहेगी।
उड़ीसा, बिहार, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश एवं पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में भी धान की खरीद जारी है जो केन्द्रीय पूल में चावल का योगदान देने वाले महत्वपूर्ण प्रान्त है।
सरकार ने चालू खरीफ सीजन के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर 521 लाख टन चावल (774 लाख टन धान) की खरीद का लक्ष्य नियत किया है।