iGrain India - नई दिल्ली । पिछले सीजन के मुकाबले चालू रबी सीजन के दौरान धनिया के बिजाई क्षेत्र में कमी आई है और खासकर गुजरात में इसका क्षेत्रफल काफी घट गया है। राजस्थान में भी इसकी बिजाई कम हुई है।
प्राप्त आंकड़ों के अनुसार गुजरात में धनिया का उत्पादन क्षेत्र 2022-23 सीजन के 2.22 लाख हेक्टेयर से लुढ़ककर 2023-24 के सीजन में 1.25 लाख हेक्टेयर पर सिमट गया। इस तरह वहां क्षेत्रफल में 97 हजार हेक्टेयर या करीब 44 प्रतिशत की गिरावट आई है।
राजस्थान में धनिया का क्षेत्रफल कुछ नीचे रहने तथा मध्य प्रदेश में कुछ बढ़ने की संभावना है। फिलहाल मंडियों में इसकी सीमित आवक हो रही है और मांग भी ज्यादा मजबूत नहीं है इसलिए कीमतों में कम उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है।
2022-23 के सीजन में बेहतर उत्पादन होने से अभी तक धनिया का अच्छा खासा स्टॉक मौजूद है लेकिन अगला उत्पादन कमजोर होने तथा निर्यात मांग बढ़ने पर अंततः इसकी कीमतों में तेजी के आसार बन सकते हैं।
मार्च-अप्रैल में धनिया की नई फसल की कटाई-तैयारी होगी इसलिए तब तक मौसम का अनुकूल रहना आवश्यक है। नई फसल की जोरदार आवक के समय धनिया का भाव कुछ नरम पड़ सकता है लेकिन नीचे दाम पर निर्यातकों एवं दिसावरी व्यापारियों की अच्छी मांग निकलने पर कीमतों में काफी हद तक स्थिरता आ सकती है। इसके बाद जब किसानी माल बिक जाएगा तब आपूर्ति के ऑफ सीजन में धनिया तेज हो सकता है।
राजस्थान की रामगंज मंडी में करीब 2500-3000 बोरी धनिया की औसत दैनिक आवक हो रही है और इसका दाम 6000-6500 रुपए प्रति क्विंटल बताया जा रहा है। बारां मंडी में भी दाम इसके आसपास ही है।
वायदा बाजार में धनिया अभी सीमित तेजी-मंदी के साथ कारोबार कर रहा है। दिलस्चप तथ्य यह है कि नई फसल की आवक महज कुछ सप्ताह दूर रहने एवं उत्पादन में कमी आने की संभावना रहने के बावजूद बड़े-बड़े उत्पादक एवं स्टॉकिस्ट भारी मात्रा में मंडियों में अपना स्टॉक नहीं उतार रहे हैं जिससे संकेत मिलता है कि उन्हें आने वाले महीनों में धनिया का भाव कुछ ऊंचा रहने का भरोसा है।