iGrain India - मास्को । दो सप्ताहों के अवकाश के दिनों की तुलना में चालू सप्ताह के दौरान रूसी गेहूं के निर्यात ऑफर मूल्य में थोड़ी बढ़ोत्तरी हुई है जबकि व्यावसायिक गतिविधियां अभी तक सुस्त बनी हुई है।
एक अग्रणी कृषि परामर्श फर्म के अनुसार 12.5 प्रतिशत प्रोटीन से मुक्त रूसी गेहूं का फरवरी शिपमेंट के लिए फ्री ऑन बोर्ड निर्यात ऑफर मूल्य सुधरकर 244 डॉलर प्रति टन पर पहुंच गया है जो दो सप्ताह पूर्व के मूल्य स्तर से 1 डॉलर ज्यादा है।
फर्म के अनुसार गेहूं की मांग अपेक्षाकृत कम है जबकि इसका भाव कुछ ऊंचा है। रूस के मध्यवर्ती भाग एवं वोल्गा संभाग में घने कोहरे का गंभीर प्रकोप होने से शीतकालीन फसलों पर असर पड़ रहा है मगर अभी तक इसके प्रभाव का सटीक आंकलन नहीं हो पाया है जिससे बाजार में अनिश्चितता का माहौल है।
काला सागर क्षेत्र के बंदरगाहों से गेहूं के निर्यात शिपमेंट की गति में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी नहीं हुई है बल्कि हाल के दिनों में तूफानी मौसम के कारण शिपमेंट में भारी कमी दर्ज की गई। सूरजमुखी तेल का निर्यात ऑफर मूल्य पिछले दो सप्ताहों से 780 डॉलर प्रति टन पर स्थिर बना हुआ है।
एक अन्य परामर्श फर्म ने दिसम्बर 2023 में रूस से 37 लाख टन गेहूं का निर्यात होने का अनुमान लगाया था जो दिसम्बर 2022 के निर्यात 41 लाख टन से 4 लाख टन कम था।
रूस की सरकार ने दिसम्बर के अंत में वर्ष 2024 के लिए कुल 240 लाख टन अनाज के निर्यात कोटे को मंजूरी दी थी जो 2023 के लिए स्वीकृत मात्रा 255 लाख टन से कम है।
गेहूं एवं सूजी, जौ, राई तथा मक्का का निर्यात कोटा 15 फरवरी से 30 जून 2024 तक मान्य होगा। 1 जुलाई से 15 दिसंबर 2023 के दौरान रूस से अनाज का कुल निर्यात उछलकर 308 लाख टन पर पहुंच गया जो वर्ष 2022 की समान अवधि के निर्यात 237 लाख टन से 33 प्रतिशत ज्यादा था।