iGrain India - नई दिल्ली । ऑल इंडिया पॉल्ट्री ब्रीडर्स एसोसिएशन ने केन्द्र सरकार से पॉल्ट्री उद्योग की जरूरतों को पूरा करने हेतु विदेशों से मक्का के शुल्क मुक्त आयात की अनुमति देने का आग्रह किया है।
एसोसिएशन का कहना है कि एक तो एथनॉल निर्माण में मक्का की खपत बढ़ती जा रही है और दूसरे, इसका घरेलू उत्पादन भी पर्याप्त नहीं हो रहा है।
एसोसिएशन ने केन्द्रीय पशु पालन, मत्स्य पालन एवं डेयरी विकास मंत्रालय को एक पत्र भेजकर कहा है कि मक्का की खरीद के प्रति एथनॉल निर्माताओं की सक्रियता बढ़ती जा रही है जिससे इसका भाव ऊंचा और तेज होने लगा है। इसके फलस्वरूप पॉल्ट्री उद्योग के लिए कठिनाई और चुनौती बढ़ती जा रही है।
घरेलू बाजार में मक्का का दाम 22-23 रुपए प्रति किलो चल रहा है जिससे पॉल्ट्री उद्योग में लागत खर्च काफी ऊंचा हो गया है। अगले महीने से यह समस्या और भी गंभीर है इसलिए सरकार को पॉल्ट्री उद्योग के हितों की रक्षा के लिए मक्का के शुल्क मुक्त आयात की अनुमति देने पर गंभीरतापूर्वक विचार करना चाहिए।
एसोसिएशन के अनुसार पशु-पॉल्ट्री आहार निर्माण उद्योग तथा अन्य उद्योगों में मक्का की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए सरकार के पास दो विकल्प हैं- या तो विदेशों से आयात बढ़ाया जाए या फिर घरेलू उत्पादन में अपेक्षित बढ़ोत्तरी का प्रयास किया जाए।
एसोसिएशन के मुताबिक चूंकि निकट भविष्य में मक्का के घरेलू उत्पादन में समुचित बढ़ोत्तरी होने की संभावना नहीं है इसलिए अन्य देशों से सस्ते दाम पर इसका आयात करना लाभदायक विकल्प साबित होगा।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान समय में मक्का पर 50 प्रतिशत का बुनियादी आयात शुल्क लागू है। भारत में आमतौर पर यूक्रेन से मक्का का आयात किया जाता है क्योंकि वहां गैर जीएम मक्का का उत्पादन होता है।