iGrain India - राउरकेला । उड़ीसा के एक महत्वपूर्ण कृषि उत्पादक जिला- सुंदरगढ़ में इस बार रबी फसलों की बिजाई एवं प्रगति सन्तोषजन ढंग से हो रही है। वहां 99,260 हेक्टेयर में रबी फसलों की बिजाई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसमें वर्षा पर आश्रित 27,900 हेक्टेयर में कम्प्रिहेंसिव राइस फैलो मैनेजमेंट (सीआरएफएम) प्रोग्राम के अंतर्गत फसलों की खेती का लक्ष्य भी शामिल है।
कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कुल मिलाकर 99,260 हेक्टेयर में रबी फसलों की बिजाई का लक्ष्य रखा गया है जिसमें से 63,507 हेक्टेयर में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध है जबकि शेष 35,753 हेक्टेयर भूमि वर्षा पर आश्रित क्षेत्र में मौजूद है।
2022-23 के सीजन में कुल मिलाकर 96,733 हेक्टेयर में रबी फसलों की बिजाई हुई थी। 2023-24 के वर्तमान सीजन में अब तक 55,060 हेक्टेयर क्षेत्र में रबी फसलों की बिजाई पूरी हो चुकी है जिसमें सिंचित भूमि का क्षेत्रफल 24,135 हेक्टेयर एवं असिंचित भूमि का रकबा 30,871 हेक्टेयर शामिल है।
अनाजी फसलों के क्षेत्रफल का लक्ष्य 2700 हेक्टेयर नियत है जबकि अभी तक 929 हेक्टेयर में इसकी खेती हुई है। इसी तरह दलहन फसलों का क्षेत्रफल 26,033 हेक्टेयर पर पहुंचा है जो नियत लक्ष्य 33,650 हेक्टेयर से पीछे है।
तिलहन फसलों की खेती का लक्ष्य 16,040 हेक्टेयर नियत हुआ है जिसमें से 9534 हेक्टेयर में बिजाई पूरी हो चुकी है। इसके अलावा सब्जियों की फसल का क्षेत्रफल 14,172 हेक्टेयर पर पहुंचा है जो 27,017 हेक्टेयर के लक्ष्य से कम है।
इसी तरह मसाला फसलों की खेती का लक्ष्य 7100 हेक्टेयर निर्धारित है जिसमें से करीब 4379 हेक्टेयर में बिजाई हो चुकी है।
सुंदरगढ़ जिला के मुख्य कृषि अधिकारी का कहना है कि सिंचाई सुविधाओं की स्थिति एवं गुंजाईश को ध्यान में रखकर इस बार धान से अलग अन्य फसलों की खेती पर जोर दिया जा रहा है ताकि बेहतर उत्पादन प्राप्त हो सके और किसानों को अधिकतम लाभ सुनिश्चित किया जा सके।