iGrain India - मांट्रियल । मटर और मसूर के अग्रणी उत्पादक एवं निर्यातक देश- कनाडा से अक्टूबर के मुकाबले नवम्बर 2023 के दौरान इन दोनों दलहनों के निर्यात में मिश्रित रूख देखा गया।
सरकारी एजेंसी-स्टैट्स कैन की रिपोर्ट से पता चलता है कि समीक्षाधीन अवधि के दौरान मटर के निर्यात में गिरावट आई जबकि मसूर का निर्यात बढ़ गया। नवम्बर में भारत कनाडाई मसूर का तथा चीन कनाडाई मटर का सबसे प्रमुख आयातक देश बना रहा।
स्टैट्स कैन की रिपोर्ट के मुताबिक कनाडा से अक्टूबर 2023 में 1,98,985 टन मसूर का निर्यात हुआ था जो नवम्बर 2023 से 25 प्रतिशत बढ़कर 2,49,635 टन पर पहुंच गया।
दूसरी ओर इसी अवधि में मटर का निर्यात 3,05,587 टन से 57 प्रतिशत घटकर 1,32,531 टन पर सिमट गया। लेकिन मटर एवं मसूर के निर्यात में वार्षिक आधार पर गिरावट दर्ज की गई।
स्टैट्स कैन के आंकड़ों से पता चलता है कि अगस्त-नवम्बर 2022 के चार महीनों में कनाडा से 10,61,057 टन मटर का निर्यात हुआ था जो अगस्त-नवम्बर 2023 में घटकर 9,77,852 टन पर अटक गया। उसी तरह समीक्षाधीन अवधि के दौरान मसूर का निर्यात 8,40,298 टन से घटकर 6,96,452 टन रह गया।
कनाडा के निर्यातकों को वैश्विक निर्यात बाजार में मसूर के लिए ऑस्ट्रेलिया से तथा मटर के लिए रूस से कठिन प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है।
भारत सरकार ने यद्यपि 31 मार्च 2024 तक के लिए पीली मटर के शुल्क मुक्त आयात की अनुमति प्रदान कर दी है मगर कनाडा में निर्यातक पूरी तरह आश्वस्त नहीं दिख रहे हैं इसलिए वहां इसका भाव एक निश्चित सीमा में स्थिर बना हुआ है।
इसी तरह लाल मसूर की कीमतों में भी ज्यादा तेजी नहीं देखी जा रही है क्योंकि भारतीय आयातकों का रुझान ऑस्ट्रेलिया की तरफ ज्यादा है जहां मुख्यत: लाल मसूर का ही उत्पादन होता है।