iGrain India - वैंकुवर । सरकारी एजेंसी- स्टैट्स कैन की रिपोर्ट से पता चलता है कि दिसम्बर 2023 के दौरान कनाडा से मसूर का निर्यात बढ़कर 2,49,472 टन पर पहुंच गया जो पिछले छह माह का सबसे बड़ा निर्यात आंकड़ा है।
इसमें से करीब 39 प्रतिशत का शिपमेंट सिर्फ भारत को किया गया जो कनाडाई मसूर का सबसे बड़ा खरीदार बना हुआ है। लेकिन दिसम्बर के अच्छे प्रदर्शन के बावजूद कनाडा से चालू मार्केटिंग सीजन के शुरूआती पांच महीनों में मसूर का कुल निर्यात 6,92,340 टन तक ही पहुंच सका जो 2022-23 सीजन की समान अवधि के शिपमेंट से 17 प्रतिशत तथा पंचवर्षीय औसत निर्यात से 8.3 प्रतिशत कम था।
दिसम्बर में कनाडा के कृषि मंत्रालय ने 2023-24 के मार्केटिंग सीजन के लिए मसूर के निर्यात का लक्ष्य 14 लाख टन से 2 लाख टन बढ़ाकर 16 लाख टन न्रिधारित कर दिया जिसका प्रमुख कारण घरेलू उत्पादन अनुमान में बढ़ोत्तरी होना तथा ऑस्ट्रेलिया में फसल कमजोर रहना था।
उस नियत लक्ष्य के सापेक्ष कनाडा से दिसम्बर 2023 तक 6.92 लाख टन या 43 प्रतिशत मसूर का निर्यात शिपमेंट हो गया। सम्पूर्ण मार्केटिंग सीजन (अगस्त-जुलाई) के लिए निर्धारित मसूर के निर्यात लक्ष्य को हासिल करने के लिए शिपमेंट की जिस मासिक रफ्तार की आवश्यकता है, वर्तमान समय की गति उससे कहीं तेज है।
यदि इस रफ्तार से निर्यात होता रहा तो कुल निर्यात लक्ष्य को प्राप्त करना कठिन नहीं होगा। लेकिन आगामी समय में कनाडा के निर्यातकों को कुछ गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
कनाडा की मंडियों में मोटी हरी मसूर का भाव तेजी से उछलकर नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच रहा है जबकि इसका स्टॉक भी बहुत कम बताया जा रहा है।
जहां तक लाल मसूर का सवाल है तो इसका दाम सामान्य स्तर पर लगभग स्थिर बना हुआ है लेकिन भारत जैसे अग्रणी बाजारों में कनाडा को ऑस्ट्रेलिया से कठिन प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है जहां फसल की कटाई अभी समाप्त ही हुई है।