iGrain India - नई दिल्ली । रबी सीजन की दो खास दलहन फसलों- मसूर एवं मटर के उत्पादन के लिए उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश का सीमावर्ती बुंदेलखंड संभाग विशेष रूप से प्रसिद्ध है। इसके अलावा बिहार, बंगाल तथा झारखंड सहित कुछ अन्य प्रांतों में भी इसका अच्छा उत्पादन होता है।
केंद्रीय कृषि मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर मसूर का कुल उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के 18.39 लाख हेक्टेयर से बढ़कर इस बार 19.45 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया है जबकि इसकी बिजाई प्रक्रिया लगभग समाप्त हो चुकी है।
गत वर्ष के मुकाबले चालू रबी सीजन के दौरान मसूर का उत्पादन क्षेत्र यद्यपि उत्तर प्रदेश में 6.22 लाख हेक्टेयर से घटकर 5.78 लाख हेक्टेयर रह गया लेकिन सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त- मध्य प्रदेश में 6.86 लाख हेक्टेयर से उछलकर 7.93 लाख हेक्टेयर तथा बिहार में 2.22 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 2.81 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।
छत्तीसगढ़ में मसूर का रकबा 31-32 हजार हेक्टेयर पर स्थिर रहा मगर देश के अन्य राज्यों में यह 2.77 लाख हेक्टेयर से फिसलकर 2.62 लाख हेक्टेयर पर सिमट गया।
जहां तक मटर का सवाल है तो इसका कुल उत्पादन क्षेत्र पिछले साल के 9.50 लाख हेक्टेयर से सुधरकर चालू रबी सीजन में 9.91 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया है।
सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य- उत्तर प्रदेश में समीक्षाधीन अवधि के दौरान मटर का बिजाई क्षेत्र 4.62 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 4.69 लाख हेक्टेयर तथा मध्य प्रदेश में 2.54 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 2.79 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।
आसाम में इसका रकबा 33-34 हजार हेक्टेयर के पिछले स्तर पर बरकरार रहा जबकि अन्य प्रांतों में मटर का उत्पादन क्षेत्र गत वर्ष के 2.00 लाख हेक्टेयर से सुधरकर इस बार 2.10 लाख हेक्टेयर हो गया।
मौसम की हालत अभी तक फसल के लिए लगभग अनुकूल है इसलिए दोनों दलहनों का उत्पादन 2022-23 सीजन से बेहतर होने की उम्मीद की जा रही है।