iGrain India - नई दिल्ली । चालू सीजन के दौरान देश में ही नहीं अपितू नेपाल में भी बड़ी इलायची का उत्पादन घटने के कारण बड़ी इलायची के भाव नित नई उंचाई को छू रहे है। वर्तमान स्थिति को देखते हुए व्यापारियों का मानना है कि नई फसल आने से पूर्व बड़ी इलायची के भाव वर्ष 2014 का इतिहास दोहरा सकती है। वर्ष 2014 में दिल्ली बाजार में बड़ी इलायची के भाव 2100/2200 रुपए बन गए थे। जबकि वर्तमान में भाव 1380/1400 रुपए बोले जा रहे है।
उत्पादन
मसाला बोर्ड द्वारा जारी अनुमानों के अनुसार वर्ष 2018-19 में देश में बड़ी इलायची का उत्पादन 8669 टन का हुआ था जबकि 2019-20 में उत्पादन 8530 टन एवं 2020-21 में 8803 टन का हुआ। वर्ष 2021-22 में उत्पादन 8812 टन एवं 2022-23 में 9074 टन का रहा। चालू सीजन 2023-24 में उत्पादन लगभग 3500/4000 टन होने के अनुमान लगाये जा रहे हैं।
व्यापारिक उत्पादन
बड़ी इलायची के व्यापार से जुड़े व्यापारियों का कहना है कि आमतौर पर नेपाल एवं भारत में बड़ी इलायची का उत्पादन लगभग 2.50/2.75 लाख बोरी (प्रत्येक बोरी 50 किलो) की होती है। भारत वर्ष में उत्पादन 1.50/1.75 लाख बोरी एवं नेपाल 75000/1 लाख बोरी का माना जाता है लेकिन इस वर्ष भारत एवं नेपाल दोनों में ही उत्पादन 35/40 प्रतिशत होने के समाचार है अर्थात इस वर्ष उत्पादन 1/1.25 लाख बोरी का होने के अनुमान है। सूत्रों का कहना है कि नेपाल में खपत कम होने के कारण अधिकांश माल भारत ही आता है।
भाव
इस एक वर्ष के दौरान बड़ी इलायची की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि जनवरी 2023 के अंत में सिलीगुड़ी में नेपाल टाप का भाव 535 रुपए एवं स्योर फार स्योर का भाव 620 रुपए प्रति किलो चल रहा था जोकि वर्तमान में नेपाल टाप का भाव 1400 रुपए एवं स्योर-फार-स्योर का भाव 1560 रुपए बोला जा रहा है। हाजिर में माल की कमी बनी रहने से आगामी दिनों में भी बाजार तेज रहने के अनुमान लगाए जा रहे हैं।
निर्यात कम
भाव ऊंचे होने के कारण चालू सीजन के प्रथम सात माह में बड़ी इलायची के निर्यात में लगभग 50 प्रतिशत की गिरावट आई है। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल अक्टूबर 2023 के दौरान बड़ी इलायची का निर्यात 458.15 टन का रहा जबकि अप्रैल-अक्टूबर-2022 में निर्यात 912.29 टन का हुआ था।