iGrain India - विराटनगर । कमजोर उत्पादन एवं मजबूत निर्यात मांग से नेपाल में बड़ी (काली) इलायची का भाव धीरे-धीरे बढ़कर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचता जा रहा है। पिछले एक माह के दौरान इसके दाम में करीब 275 रुपए की बढ़ोत्तरी हो गई।
मध्य दिसम्बर में इसका भाव 1875 रुपए प्रति किलो चल रहा था जो मध्य जनवरी में उछलकर 2150 रुपए प्रति किलो पहुंच गया।
नेपाल में वर्ष 2014 के दौरान बड़ी इलायची का भाव तेजी से बढ़कर 2500 रुपए प्रति किलो के सर्वकालीन सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा था जबकि चालू वर्ष में इसका दाम इससे भी आगे निकल जाने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि नेपाल दुनिया में बड़ी इलायची का सबसे प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश है। बड़ी इलायची के कुल वैश्विक उत्पादन में नेपाल की भागीदारी 68 प्रतिशत के करीब रहती है।
इसके अलावा भारत और भूटान में भी इसका अच्छा उत्पादन होता है। बड़ी या काली इलायची नेपाल से सबसे ज्यादा निर्यात होने वाले उत्पादों में से एक है। वहां मध्य अगस्त से मध्य नवम्बर के बीच इसके नए माल की तुड़ाई-तैयारी होती है।
फेडरेशन ऑफ लार्ज कार्डमम इंटरप्रेन्योर्स एसोसिएशन ऑफ नेपाल के अनुसार चालू मार्केटिंग सीजन के आरंभ में बड़ी इलायची का घरेलू बाजार भाव 1250 रुपए प्रति किलो चल रहा था जो अब 900 रुपए उछलकर 2150 रुपए प्रति किलो हो गया है। नेपाल में झापा जिले का बिरतामोड़ बड़ी इलायची का सबसे प्रमुख उत्पादक एवं व्यापारिक केन्द्र माना जाता है।
व्यापार विश्लेषकों के अनुसार कीमतों में आ रही जबरदस्त तेजी को देखते हुए लगता है कि जल्दी ही बड़ी इलायची का भाव वर्ष 2014 के रिकॉर्ड स्तर को पार कर जाएगा।
नेपाल में इस बार काली इलायची के उत्पादन में भारी गिरावट आई है और भारत में भी उत्पादन कमजोर रहा है। दूसरी ओर इसकी जोरदार निर्यात मांग निकल रही है। भारत में इसका उत्पादन मुख्यत: सिक्किम, मेघालय एवं पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग क्षेत्र में होता है। भूटान में भी इसका उत्पादन होता है।
नेपाल में बड़ी इलायची के प्रमुख उत्पादक जिलों में इलाम, पंचधार, तापलेजुंग, संखुवासभा, तेहराथुम, भोजपुर एवं धानकुटा सम्मिलित हैं।
प्रमुख उत्पादक इलाकों में भयंकर सूखा पड़ने तथा रोगों-कीड़ों का प्रकोप रहने से बड़ी इलायची के उत्पादन में गत वर्ष के मुकाबले इस बार करीब 60 प्रतिशत की जबरदस्त गिरावट आ गई जबकि पिछला स्टॉक भी अब लगभग समाप्त हो चुका है। इसके फलस्वरूप इलायची बाजार पर आपूर्ति का कोई दबाव नहीं है।
भारत नेपाली इलायची का सबसे बड़ा खरीदार है और नेपाल से करीब 99 प्रतिशत बड़ी इलायची का निर्यात सिर्फ भारत को किया जाता है।
इसके बाद पाकिस्तान तथा मध्य पूर्व के देशों में भी इसे भेजा जाता है जहां नेपाल की इलायची काफी पसंद की जाती है। भारत के व्यापारी नेपाल से इलायची मंगाकर उसे अन्य देशों में निर्यात करते हैं जिसमें पाकिस्तान भी शामिल है।