iGrain India - चेन्नई। तमिलनाडु सरकार ने भयंकर वित्तीय संकट के कारण राशन दुकानों के जरिए दाल-दलहन तथा पाम तेल की बिक्री की स्कीम को स्थगित करने की घोषणा की है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2007 से ही तमिलनाडु में विशिष्ट सार्वजनिक वितरण प्रणाली (एम पी डी एस) के तहत राशन धारकों को 36-36 रूपए प्रति किलो की दर से तुवर दाल एवं उड़द दाल तथा 25 रुपए प्रति लीटर की दर से पाम तेल खरीदने से का अवसर मिल रहा है। लेकिन राशन में उड़द दाल की आपूर्ति वर्ष 2008 की आपूर्ति बंद करके उसकी जगह पर तुवर दाल की आपूर्ति शुरू की गई।
तमिलनाडु नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा टेंडर के माध्यम से प्रति माह प्राइवेट फर्मों से 20 हजार टन तुवर दाल एवं 2 करोड़ लीटर पाम तेल की खरीद की जाती है। लेकिन कीमतों में उतार-चढ़ाव तथा गंभीर वित्तीय संकट की वजह से सरकार को अब इन उत्पादों की खरीद करने में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
वित मंत्रलय दालों एवं पाम तेल के लिए फंड के अनुमोदन एवं आवंटन में विलम्ब कर रहा है। इसके फलस्वरूप कार्ड धारकों को अब प्रत्येक महीना दालों एवं पाम तेल का कोटा प्राप्त नहीं हो रहा है।
दाल-दलहन के लिए जारी होने वाला टेंडर भी अक्सर कर दिया जाता है। वर्तमान सत्तारूढ़ पार्टी ने वादा किया था कि उसकी सरकार बनने पर प्रत्येक राशन कार्ड धारक को एक किलो उड़द दाल एवं चीनी प्रदान की जाएगी। लेकिन यह वादा अभी तक पूरा नहीं हो सका है।
वित्तीय संकट के कारण तमिलनाडु सरकार ने विशिष्ट सार्वजनिक वितरण प्रणाली में दाल तथा पाम तेल की आपूर्ति स्थगित कर दी है। लेकिन अधिकारियों ने सुझाव दिया हैै कि इस योजना को बंद करने के बजाए इसकी खामियों एवं अनियमितताओं को दूर करने का प्रयास किया जाना चाहिए। दालों एवं पाम तेल के वितरण पर राज्य सरकार को भारी सब्सिडी देनी पड़ रही है जिससे उस पर वित्तीय भार बढ़ता जा रहा हैै।